New Delhi, 22 सितंबर . महाराजा अग्रसेन की जयंती मनाई जा रही है. इस अवसर पर Prime Minister Narendra Modi समेत कई केंद्रीय मंत्रियों और मुख्यमंत्रियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी. उन्होंने महाराजा अग्रसेन के सामाजिक न्याय, समानता, और एकता के आदर्शों को याद किया.
Prime Minister Narendra Modi ने social media प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “महाराजा अग्रसेन की जयंती पर उन्हें सादर नमन. उनका संपूर्ण जीवन सामाजिक न्याय और एकता का प्रतीक है. सद्भावना और आपसी भाईचारे का उनका संदेश देशवासियों को सदैव प्रेरित करता रहेगा.”
Union Minister शिवराज सिंह चौहान ने भी महाराजा अग्रसेन को युगपुरुष बताते हुए कहा, “युगपुरुष महाराजा अग्रसेन की पावन जयंती पर आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं. ‘सर्वजन हिताय-सर्वजन सुखाय’ के अपने पुनीत कार्यों के लिए आप युगों-युगों तक याद किए जाएंगे. आपके पवित्र विचार सर्वदा मानवता का कल्याण करते रहेंगे.”
Union Minister पीयूष गोयल ने अपने संदेश में महाराजा अग्रसेन के आदर्शों को विकसित India के निर्माण की आधारशिला बताया. उन्होंने कहा, “न्याय, समानता, परोपकार और सेवा के उनके आदर्श आज भी हमारा मार्गदर्शन करते हैं. उनका दिशादर्शन अमृतकाल में हमारे विकसित India के निर्माण के लक्ष्य की आधारशिला है. आइए, उनके दिखाए रास्ते पर चलकर एक समरस और आत्मनिर्भर India के निर्माण का संकल्प लें.”
उत्तर प्रदेश के Chief Minister योगी आदित्यनाथ ने महाराजा अग्रसेन को समरसता और समता का शाश्वत शिल्पी करार देते हुए कहा, “समरसता और समता के शाश्वत शिल्पी, लोकमंगल और लोक-कल्याण के अमर अग्रदूत महाराजा अग्रसेन की पावन जयंती पर उन्हें नमन और आप सभी को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं. उनके समतामूलक विचार और समरस दृष्टि समाज के लिए आलोक-पुंज हैं. मानवता के प्रेरणा-पुरुष के रूप में वे सदैव स्मरणीय रहेंगे.”
दिल्ली की Chief Minister रेखा गुप्ता ने भी महाराजा अग्रसेन के योगदान को याद किया. उन्होंने लिखा, “युग पुरुष महाराजा अग्रसेन जी की पावन जयंती के अवसर पर उन्हें सादर नमन और समस्त देशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं. महाराजा अग्रसेन ने अपने आदर्श जीवन से समाज में समानता, बंधुत्व, अहिंसा और परोपकार की भावना को प्रबल किया.”
अपनी पोस्ट में रेखा गुप्ता ने कहा, “उनका जीवन दर्शन यह सिखाता है कि समाज की उन्नति तभी संभव है, जब हम सब एक-दूसरे के सुख-दुख में सहभागी बनें. उनकी विरासत आज भी हम सभी को न्याय, समरसता और सहयोग के मार्ग पर चलते रहने की प्रेरणा देती है.”
–
डीसीएच/