केरल: राहुल-प्रियंका गांधी ने ओमन चांडी मेमोरियल ऑडिटोरियम का किया उद्घाटन

वायनाड, 20 सितंबर . Lok Sabha के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और वायनाड की सांसद प्रियंका गांधी ने केरल के वेन्नीओड की कोट्टथारा ग्राम पंचायत में ओमन चांडी मेमोरियल ऑडिटोरियम का उद्घाटन किया. इस अवसर पर उन्होंने ऑडिटोरियम की सामुदायिक भागीदारी और सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा देने में अहम भूमिका की बात कही.

राहुल गांधी ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि जब मेरे ऊपर हमले हो रहे थे, तब वायनाड के लोगों ने मेरी रक्षा की. यही तो परिवार का फर्ज होता है. आप लोगों ने मेरे साथ वैसा ही व्यवहार किया, जैसा मेरी बहन या मां करती हैं. आपके व्यवहार से मेरे साथ आपका एक रिश्ता बन गया है. आप मुझे यह भी कह सकते थे कि रक्षा नहीं करेंगे, लेकिन आपने कहा, ‘इस व्यक्ति के साथ गलत हो रहा है और हम उसकी रक्षा करेंगे.’ यह ऐसी बात है जो मैं अपनी पूरी जिंदगी में कभी नहीं भूलूंगा.

उन्होंने कहा कि ओमन चांडी बहुत विनम्र व्यक्ति थे. जब लोगों को थोड़ी भी शक्ति मिल जाती है तो वे अक्सर घमंडी हो जाते हैं. India में कई वरिष्ठ राष्ट्रीय नेता ऐसे हैं, जिनमें विनम्रता नहीं होती, लेकिन ओमन चांडी का केरल के लोगों से जुड़ाव उन्हें हमेशा जमीन से जुड़ा रखता था. अगर आप केरल के आम किसान, मजदूर, छोटे दुकानदार और बच्चों से बात करें तो विनम्रता उनमें स्वाभाविक रूप से होती है. आज जब देश भर में लोकतांत्रिक जगहें कम हो रही हैं तो मुझे यहां एक लोकतांत्रिक जगह का उद्घाटन करते हुए खुशी हो रही है, जहां लोग आ सकें, अपनी समस्याएं बता सकें और India के लोकतांत्रिक मूल्यों और संविधान की रक्षा कर सकें.

नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि मैंने केरल को बहुत करीब से देखा है. एमपी बनने से पहले भी मैं वहां जाता था, लेकिन तब मैंने इसकी बारीकियों पर ध्यान नहीं दिया. अब मुझे लोकतंत्र की प्रक्रिया में पंचायतों की अहमियत बेहतर समझ में आती है. केरल की राजनीति की नींव इन घरों में है, जो देश के बाकी हिस्सों के लिए एक मॉडल है. मैं केरल को देश के लिए एक मजबूत लोकतांत्रिक उदाहरण मानता हूं. मैं केरल के लोगों को हमारे देश में लोकतंत्र को मजबूत रखने और बड़े नेताओं को जमीनी स्तर से जोड़े रखने के लिए धन्यवाद देता हूं.

कांग्रेस महासचिव और वायनाड सांसद प्रियंका गांधी ने कहा कि इससे पहले इस ऑडिटोरियम के बनने से पहले यहां मीटिंग या सभा के लिए कोई जगह नहीं थी. मुझे यह नई सुविधा देखकर खुशी है, जिससे समुदाय को फायदा होगा. आज यहां आना मेरे लिए दोहरी खुशी की बात है, क्योंकि इस ऑडिटोरियम का नाम ओमन चांडी के नाम पर रखा गया है. मेरी मां कई सालों तक उनके साथ काम करती थीं और उन्होंने मुझे बताया था कि वह ईश्वर में आस्था रखने वाले विनम्र व्यक्ति थे, जिन्होंने अपना जीवन सेवा के लिए समर्पित कर दिया था. वह एक अनोखे और दुर्लभ नेता थे, जो लोगों के प्रति बहुत दयालु थे. मुझे खुशी और गर्व है कि यह ऑडिटोरियम उनकी समझ और देश के लिए उनके योगदान को हमेशा याद रखने का प्रतीक होगा.

उन्होंने कहा कि मुझे पता है कि इस इलाके को किन मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. बारिश के मौसम में यह बाढ़ से घिर जाता है और कट ऑफ हो जाता है. हमारे पार्टी कार्यकर्ता यहां शेल्टर बनाने की कोशिश कर रहे हैं. आदिवासी समुदाय को स्वास्थ्य, कनेक्टिविटी और शिक्षा से जुड़ी गंभीर समस्याएं हैं. धान और कॉफी उगाने वाले किसानों को भी कई समस्याएं हैं. मैंने अलग-अलग समुदायों और किसानों से बातचीत की है. मुझे खुशी है कि मैं आपकी मदद कर सकूं और आपकी जिंदगी बेहतर बना सकूं. मुझे यह जानकर भी खुशी है कि राहुल गांधी के समय में मंजूर की गई दो सीआरएफ सड़कें लगभग पूरी हो गई हैं. मुझे गर्व है कि आपने मुझे अपना एमपी बनाकर राहुल के पदचिह्नों पर चलने का मौका दिया है और मैं उनके शुरू किए काम को आगे बढ़ाऊंगी.

डीकेपी/