वाशिंगटन, 18 सितंबर . अमेरिकी President डोनाल्ड ट्रंप ने Thursday को भारत-अमेरिका संबंधों और Prime Minister Narendra Modi के साथ अपनी हालिया फोन बातचीत के बारे में बात की. उन्होंने कहा कि वह India के बहुत करीब हैं और भारतीय Prime Minister के साथ उनके बहुत अच्छे संबंध हैं.
Thursday को यूके यात्रा खत्म करने से पहले ब्रिटिश Prime Minister कीर स्टार्मर के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में ट्रंप ने पीएम मोदी से अपनी बातचीत को याद किया.
ट्रंप ने कहा, “मेरा India से बहुत अच्छा रिश्ता है. मेरा India के Prime Minister से भी बहुत अच्छा रिश्ता है. कुछ दिन पहले मैंने उन्हें जन्मदिन की बधाई दी थी. हमारा रिश्ता बहुत अच्छा है.”
कई महीनों में पहली बार ट्रंप ने Tuesday को Prime Minister मोदी को फोन करके 75वें जन्मदिन की बधाई दी.
Prime Minister मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में ट्रंप को अपना ‘दोस्त’ बताया और उन्हें बधाई देने के लिए धन्यवाद दिया.
पीएम मोदी ने लिखा, “मेरे दोस्त President ट्रंप, मेरे 75वें जन्मदिन पर आपके फोन और शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद. आपकी तरह मैं भी भारत-अमेरिका व्यापक और वैश्विक साझेदारी को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हूं. हम यूक्रेन संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान के लिए आपके प्रयासों का समर्थन करते हैं.”
President ट्रंप ने भी ट्रुथ सोशल पर पोस्ट किया और फोन कॉल को ‘शानदार’ बताया और यूक्रेन में संघर्ष खत्म करने के प्रयास में उनके समर्थन के लिए धन्यवाद दिया.
उन्होंने कहा, “मेरे दोस्त Prime Minister Narendra Modi से शानदार फोन कॉल हुआ. मैंने उन्हें जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं. वे बहुत अच्छा काम कर रहे हैं. Narendra Modi: रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध खत्म करने में आपके समर्थन के लिए धन्यवाद.”
यह फोन कॉल उसी दिन हुआ जब दक्षिण और मध्य एशिया के लिए अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि के सहायक ब्रेंडन लिंच ने दिल्ली में India के मुख्य व्यापार वार्ताकार राजेश अग्रवाल के साथ व्यापार वार्ता की.
दोनों पक्षों ने बातचीत को ‘सकारात्मक’ बताया.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में ट्रंप ने यह भी कहा कि वह रूस के खिलाफ कार्रवाई करने को तैयार हैं, लेकिन सिर्फ तभी जब अन्य यूरोपीय देश भी इसमें शामिल हों.
उन्होंने आगे कहा, “मैं और भी बहुत कुछ करने को तैयार हूं, लेकिन जब वे लोग जो मेरे लिए लड़ रहे हैं, वे रूस से तेल खरीद रहे हों. अगर तेल की कीमतें गिरती हैं तो रूस शांत हो जाएगा.”
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