तिरुनेलवेली, 18 सितंबर . तमिलनाडु के दक्षिणी जिलों में Police द्वारा चलाए जा रहे मादक पदार्थ विरोधी अभियान के तहत बीते तीन दिनों में करीब 3,000 किलोग्राम गांजा को आग में जलाकर नष्ट कर दिया गया, जिसकी अनुमानित कीमत लगभग 15 करोड़ रुपए बताई गई है.
Thursday को तिरुनेलवेली जिले के नंगुनेरी के पास पोत्तैयाडी गांव में स्थित एक निजी बायोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट कंपनी में 2,000 किलोग्राम गांजा जलाकर नष्ट किया गया. यह गांजा मदुरै और विरुधुनगर जिलों से जब्त किया गया था. गांजा की इस भारी खेप की बाजार में कीमत लगभग 10 करोड़ रुपए थी.
इस मौके पर मदुरै रेंज के डीआईजी अभिनव कुमार, नेल्लई डीआईजी संतोष हातिमणि और मदुरै एसपी अरविंद की मौजूदगी में गांजा को जलाया गया. अधिकारियों ने इस कार्रवाई को ड्रग्स के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति का हिस्सा बताया.
इससे पहले दो दिन पहले, मदुरै जिले के विभिन्न थानों में दर्ज मामलों में जब्त किए गए करीब 975 किलोग्राम गांजा को भी इसी तरह आग में जलाकर नष्ट किया गया था.
तमिलनाडु Police इन दिनों ड्रग्स के खिलाफ बड़े पैमाने पर सख्त कदम उठा रही है. गांजा समेत अन्य मादक पदार्थों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत Police न सिर्फ तस्करों को पकड़ रही है, बल्कि जब्त किए गए मादक पदार्थों को कानूनी प्रक्रिया के तहत नष्ट भी कर रही है.
Police का कहना है कि गांजे की तस्करी और बिक्री को रोकने के लिए यह एक जरूरी कदम है. इससे तस्करों के हौसले पस्त होंगे और युवाओं को इस बुरी लत से बचाने में मदद मिलेगी.
अधिकारियों के अनुसार, जब्त किए गए गांजे को नष्ट करने की प्रक्रिया पूरी तरह से पर्यावरणीय नियमों का पालन करते हुए की गई. विशेष रूप से अधिक तापमान वाले इंसीनरेटर मशीन में इन नशीली चीजों को जलाया गया, जिससे हवा में प्रदूषण न फैले.
तमिलनाडु Police की इस बड़ी कार्रवाई से यह साफ संदेश गया है कि राज्य में ड्रग्स के लिए कोई जगह नहीं है. आने वाले दिनों में और भी सख्त कदम उठाए जाने की संभावना है.
अब तक की कुल कार्रवाई में 3,000 किलोग्राम गांजा जब्त किया गया है, जिसकी अनुमानित कीमत 15 करोड़ रुपए आंकी गई है.
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वीकेयू/वीसी