प्लेबैक सिंगर शान ने बताया, ‘आज के दौर के गाने नहीं छोड़ते लंबा असर’

Mumbai , 17 सितंबर . मशहूर गायक शान हिंदी सिनेमा के महान गायक किशोर कुमार को समर्पित एक विशेष संगीत कार्यक्रम लेकर आ रहे हैं. इसके जरिए शान दर्शकों का मनोरंजन करने के लिए तैयार हैं. उन्होंने से खास बातचीत में बताया कि क्यों आजकल के गानों का असर लंबे समय तक श्रोताओं पर नहीं रहता.

शान ने कहा कि ऐसा नहीं है कि आजकल के गाने पूरी तरह खराब हैं. संगीतकार इन्हें बनाने के लिए खूब मेहनत कर रहे हैं.

शान ने से कहा, “मैंने लगभग 3,000 या उससे अधिक गाने गाए हैं. आपको मेरे कितने गाने याद हैं? वे कितने समय तक चले? ज्यादा से ज्यादा 10-15 प्रतिशत. तो, बस यही है. कुछ गाने छांट दिए जाएंगे, कुछ गाने आमतौर पर खराब होते हैं, इसलिए कुछ नहीं किया जा सकता. वे तब भी बनते थे, अब भी बनते हैं, और भविष्य में भी बनते रहेंगे.”

शान ने बताया कि स्मार्टफोन आने के बाद श्रोताओं की उपभोग की आदतों में काफी बदलाव आया है. social media और स्मार्टफोन ने दर्शकों का ध्यान खींचने की क्षमता कम कर दी है, क्योंकि सब कुछ बहुत तेज और हाइपर-कनेक्टेड है.

शान ने कहा, “एक और बात यह है कि जब से स्मार्टफोन आए हैं, लोगों की याददाश्त और किसी चीज पर ध्यान देना बहुत कम हो गया है. एक दिन में हम बहुत सारे काम करते हैं. इस बीच हमारे पास कुछ खाली समय होता है, इसलिए हम इसका पूरा लाभ उठाना चाहते हैं. पहले आप एक सीडी ले सकते थे और हम खुशी-खुशी 6 या 7 गाने सुन लेते थे. अब साधन ऐसा है कि आपके फोन पर दुनिया भर के अरबों गाने मौजूद हैं.”

शान कहते हैं, “शाम को आप एक गाना, दो गाने, शायद 10 या 12 गाने, धीरे-धीरे सुन सकते हैं. इसलिए जब तक कोई गाना आपके अंदर से, आपके मन, आपके दिल, आपके दिमाग में नहीं आता, तब तक वह टिक नहीं पाएगा और आप उसे वह मौका नहीं देंगे. वह गाना कैसे टिकेगा? इसलिए, पहले लोगों के पास धैर्य था, उनके पास समय था, और उनके पास एक मिनट में चार गाने सुनने की सुविधा नहीं थी.”

शान के कार्यक्रम की बात करें तो इसका नाम ‘फॉरएवर किशोर शान से’ है. इसे एनआर टैलेंट एंड इवेंट मैनेजमेंट की नम्रता गुप्ता खान और रब्बानी मुस्तफा खान प्रस्तुत कर रहे हैं. यह 19 सितंबर को एनएमएसीसी, Mumbai में आयोजित किया जाएगा.

जेपी/एबीएम