सूरत में पीएम मोदी के 75वें जन्मदिन पर दिव्यांगों को वितरित की गईं 75 व्हीलचेयर

सूरत, 17 सितंबर . Prime Minister Narendra Modi के 75वें जन्मदिन के अवसर पर Gujarat के सूरत में 75 दिव्यांगों को व्हीलचेयर वितरित की गईं. व्हीलचेयर प्राप्त कर दिव्यांगों के चेहरों पर खुशी स्पष्ट थी. सभी ने एक स्वर में पीएम मोदी की दीर्घायु की कामना की. लाभार्थियों ने बताया कि व्हीलचेयर मिलने से उनकी कई परेशानियां दूर होंगी. उन्होंने कहा कि लंबे समय से व्हीलचेयर की आवश्यकता थी, जो आज इस विशेष अवसर पर पूरी हुई.

लाभार्थी मोहिद्दीन शेख यूसुफ ने कहा, “व्हीलचेयर मिलने से मुझे बहुत राहत मिली है. मैं Prime Minister Narendra Modi को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं और कामना करता हूं कि वे देशहित में कार्य करते रहें.”

लाभार्थी अफसाना ने कहा, “मैं व्हीलचेयर के लिए पीएम मोदी की बहुत आभारी हूं. इसकी मुझे बहुत आवश्यकता थी.”

केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल ने कहा, “Prime Minister Narendra Modi के 75वें जन्मदिन पर सभी उनकी दीर्घायु की कामना कर रहे हैं. Gujarat वासियों को गर्व है कि उनका जन्म Gujarat में हुआ. उनके प्रेरक नेतृत्व ने India की वैश्विक छवि को सशक्त किया और देश को आर्थिक रूप से मजबूत बनाया.”

उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के जन्मदिन के मौके पर दिव्यांगजनों को साइकिल वितरित करते हुए मुझे अत्यंत संतोष की अनुभूति हुई. जनसेवा के माध्यम से राष्ट्र सेवा ही पीएम मोदी का संकल्प है और उनके जन्मदिन के अवसर पर किए जा रहे सेवा कार्य परम आनंद की अनुभूति करा रहे हैं.

सीआर पाटिल ने कहा कि आज देशभर में Prime Minister मोदी का जन्मदिन विभिन्न सेवा कार्यों के माध्यम से मनाया जाएगा. अगर दुनिया भर में किसी नेता का जन्मदिन विभिन्न सेवा कार्यों के माध्यम से मनाया जाता है, तो वह केवल पीएम मोदी का ही है. मैं सभी कार्यकर्ताओं और नागरिकों से अपील करता हूं कि वे सेवा पखवाड़े की विभिन्न गतिविधियों में बड़ी संख्या में शामिल हों, क्योंकि जनसेवा ही हमारे Prime Minister का संकल्प है.

उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने स्वच्छता को केवल अभियान ही नहीं, बल्कि राष्ट्र जीवन का संस्कार बना दिया है. उनके जन्मदिवस के पावन अवसर पर देशभर में स्वच्छता ही सेवा का शुभारंभ इसी संकल्प का प्रतीक है. सूरत महानगर स्थित इच्छानाथ मंदिर प्रांगण में स्वच्छता अभियान में सहभागी बनकर मुझे गहन संतोष एवं कृतज्ञता का अनुभव हुआ.

डीकेएम/एएस