‘पेशे में मानवता को सर्वोपरि रखें डॉक्टर’, एम्स देवघर के छठे वार्षिकोत्सव में बोले राज्यपाल संतोष गंगवार 

देवघर, 16 सितंबर . Jharkhand के Governor संतोष कुमार गंगवार ने Tuesday को देवघर स्थित एम्स के छठे वार्षिकोत्सव को संबोधित करते हुए डॉक्टरों का आह्वान किया कि वे अपने पेशे में मानवता को सर्वोपरि रखें.

उन्होंने कहा कि चिकित्सक का दायित्व केवल रोग का उपचार करना ही नहीं है, बल्कि रोगी के मन में स्वस्थ होने की आशा और विश्वास जगाना भी है. Governor ने कहा कि डॉक्टर की अच्छी वाणी, धैर्य और स्नेह कई बार मरीजों के लिए सबसे बड़ी औषधि साबित होती है. यही कारण है कि अस्पताल केवल इलाज का स्थान नहीं, बल्कि मानवता और करुणा का मंदिर भी होता है.

एम्स के विद्यार्थियों से Governor ने कहा कि उनका सफेद कोट केवल परिधान नहीं, बल्कि सेवा, करुणा और कर्तव्यनिष्ठा की शपथ है. संवेदनशीलता और निष्ठा ही देवघर एम्स की वास्तविक पहचान बने, इसमें मेडिकल के छात्रों की बड़ी भूमिका होगी. उन्होंने 31 जुलाई को President की गरिमामयी उपस्थिति में सम्पन्न एम्स के प्रथम दीक्षांत समारोह को ऐतिहासिक बताया और कहा कि वह केवल डिग्री प्राप्त करने का अवसर नहीं था, बल्कि सेवा का संकल्प लेने का क्षण था.

गंगवार ने कहा कि 270 एकड़ में फैला एम्स देवघर 750 बेड वाला सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल है, जहां अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाएं, डायग्नोस्टिक सेवाएं और शोध केंद्र उपलब्ध हैं. यहां Jharkhand के अलावा बिहार और बंगाल से भी बड़ी संख्या में मरीज इलाज के लिए आते हैं.

Governor ने इस बात पर खुशी जताई कि अब तक सात लाख से अधिक मरीजों को ओपीडी सेवाओं से लाभ मिल चुका है. स्वास्थ्य जागरूकता अभियान, उन्नत India अभियान के अंतर्गत गांव गोद लेना और जन औषधि केंद्र जैसी पहलें संस्थान के सामाजिक दायित्व को दर्शाती हैं. Governor ने कहा कि एम्स देवघर Prime Minister Narendra Modi के ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ के मंत्र को साकार कर रहा है और ‘विकसित भारत’ के निर्माण में इसकी भूमिका महत्त्वपूर्ण होगी.

कार्यक्रम के दौरान Governor ने एम्स में एक्स-रे 1000 एमए, 128-स्लाइस सीटी स्कैन और कार्डियक कैथेटराइजेशन लैब का भी उद्घाटन किया. इस मौके पर गोड्डा के सांसद निशिकांत दुबे विशिष्ट अतिथि के तौर पर उपस्थित रहे.

एसएनसी/एएस