दिल्ली : 2024 में जन्म दर में मामूली गिरावट, मृत्यु दर में वृद्धि

New Delhi, 15 सितंबर . दिल्ली में 2024 में जन्म दर, मृत्यु दर और अन्य महत्वपूर्ण जनसांख्यिकीय संकेतकों में कुछ बदलाव हुए हैं. इस संबंध में जारी आंकड़ों के अनुसार, 2024 में जन्म दर प्रति हजार जनसंख्या पर 14.00 दर्ज की गई, जबकि 2023 में यह आंकड़ा 14.66 था.

वहीं, 2024 में मृत्यु दर प्रति हजार जनसंख्या पर 6.37 रही, जबकि 2023 में यह 6.16 थी, जिससे मृत्यु दर में मामूली वृद्धि देखी गई.

शिशु मृत्यु दर प्रति हजार जीवित जन्मों पर 22.40 रही, जो कि 2023 में 23.61 थी, यानी इसमें गिरावट आई है. वहीं, मातृ मृत्यु दर प्रति हजार जीवित जन्मों पर 0.44 रही, जबकि 2023 में यह 0.45 थी, जो एक सकारात्मक संकेत है.

मातृ-पितृ मृत्यु दर की बात करें, तो प्रति हजार जीवित जन्मों पर मातृ-पितृ मृत्यु दर 2024 में 0.44 थी, जबकि 2023 में यह 0.45 थी.

लिंग अनुपात पर नजर डालें तो 2024 में प्रति हजार पुरुषों पर 920 महिलाएं थीं, जबकि 2023 में यह आंकड़ा 922 था. इस आंकड़े में थोड़ी सी कमी आई है.

दिल्ली में 2024 में कुल 3,06,459 जन्म पंजीकरण हुए, जबकि 2023 में यह आंकड़ा 3,15,087 था. इस प्रकार, पंजीकरण में कमी आई है. दिल्ली में प्रतिदिन औसतन 837 जन्म होते हैं, जो कि 2023 में 863 थे.

जन्मों के पंजीकरण में 1,59,549 (52.06 प्रतिशत) पुरुष, 1,46,832 (47.91 प्रतिशत) महिलाएं और 78 (0.03 प्रतिशत) “अन्य” श्रेणी के थे, जिसमें ट्रांसजेंडर, एंबिग्यूस या निर्दिष्ट नहीं होने वाले शामिल हैं.

इनमें से 96.09 प्रतिशत लोगों का जन्म संस्थागत अस्पतालों में हुआ था, जबकि 3.91 प्रतिशत जन्म घरेलू (घर पर) थे. संस्थागत जन्मों में 65.11 प्रतिशत Governmentी अस्पतालों में हुए थे, जिनमें से 47.77 प्रतिशत फीमेल थीं. वहीं, गैर-संस्थागत जन्मों में 51.45 प्रतिशत फीमेल थीं.

दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) में 86.64 प्रतिशत लोगों का जन्म हुआ, जबकि 12.14 प्रतिशत डीएमसी क्षेत्रों में और 1.23 प्रतिशत लोगों का जन्म डीसीबी क्षेत्रों में हुआ था.

जन्मों का 88.10 प्रतिशत हिस्सा शहरी क्षेत्रों से था, जबकि 11.90 प्रतिशत जन्म ग्रामीण क्षेत्रों से थे. कुल जन्मों में 51.49 प्रतिशत पहले बच्चे के थे, 36.39 प्रतिशत दूसरे बच्चे के, 10.16 प्रतिशत तीसरे और 1.96 प्रतिशत चौथे या उससे अधिक क्रम के थे.

वीकेयू/डीएससी