New Delhi, 15 सितंबर . राजधानी दिल्ली समेत देश के कई हिस्सों में भारी बारिश के बाद जलभराव की स्थिति ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. सड़कों और कॉलोनियों में जमा पानी अब केवल यातायात और जीवन को प्रभावित नहीं कर रहा, बल्कि स्वास्थ्य संकट भी खड़ा कर रहा है.
विशेषज्ञों के अनुसार, यह स्थिति मच्छरों के प्रजनन के लिए सबसे अनुकूल वातावरण तैयार करती है, जिससे डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों का खतरा तेजी से बढ़ रहा है. इसी वजह से केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने सभी राज्यों को अलर्ट जारी किया है.
दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में डेंगू रोकथाम और नियंत्रण के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय ने विशेष तैयारियां की हैं. अधिकारियों ने बताया कि सितंबर और अक्टूबर के दौरान डेंगू और मलेरिया के मामलों में मौसमी उछाल देखने को मिलता है.
इस बार भारी बारिश और जलभराव ने संक्रमण फैलने की आशंका और बढ़ा दी है. मंत्रालय ने स्थानीय प्रशासन और नगर निगमों को सख्त निर्देश दिए हैं कि प्रभावित इलाकों में घर-घर जाकर सर्वेक्षण किया जाए, लोगों को जागरूक किया जाए और आवश्यक कदम तुरंत उठाए जाएं.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने साफ कहा है कि रोकथाम के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हैं. इसके तहत दिल्ली और आसपास के इलाकों में फॉगिंग, एंटी-लार्वा दवाओं का छिड़काव और गली-मोहल्लों में सफाई अभियान चलाए जा रहे हैं. साथ ही स्कूलों और सामुदायिक केंद्रों के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जा रहा है कि घरों के कूलर, गमले, टंकियों और छत पर रखे बर्तनों में पानी जमा न होने दें.
मंत्रालय ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे अपने आसपास मच्छरों को पनपने का मौका न दें. घर और मोहल्लों में जमा पानी को तुरंत निकालें, पानी की टंकियों को ढककर रखें और सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करें. साथ ही, बुखार, सिरदर्द, शरीर में दर्द, और उल्टी जैसे लक्षण दिखने पर तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें.
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि अगले कुछ हफ्ते बेहद महत्वपूर्ण हैं. यदि रोकथाम और नियंत्रण के उपाय समय पर नहीं किए गए तो दिल्ली-एनसीआर सहित अन्य राज्यों में डेंगू और मलेरिया के मामलों में खतरनाक बढ़ोतरी हो सकती है.
–
पीआईएम/वीसी