जिस अपराधी को लालू यादव का संरक्षण मिलेगा, वह अपराध में पीएचडी तो कर ही लेगा : नीरज कुमार

Patna, 14 सितंबर . बिहार में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कानून व्यवस्था के मुद्दे पर पक्ष और विपक्ष के बीच जोरदार आरोप-प्रत्यारोप जारी है. अब, जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के नेता नीरज कुमार ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव पर गंभीर आरोप लगाते हुए दावा किया कि वे राजनीति में अपराध का सिंडिकेट चला रहे हैं.

जदयू प्रवक्ता का यह बयान उस वक्त आया है, जब हाल ही में लाली यादव की सिवान में हत्या कर दी गई. इसके बाद से विपक्ष के नेता एनडीए Government पर हमलावर हैं. राजद नेता तेजस्वी यादव ने पीड़ित परिवार से मुलाकात भी की थी.

Patna में से बातचीत के दौरान जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने लाली यादव हत्याकांड का जिक्र करते हुए कहा कि लाली यादव पर सिवान में 38 गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं. हत्या की जांच के लिए एसआईटी गठित की गई है. उन्होंने आश्वासन दिया कि अपराधी कानून के दायरे में आएंगे.

उन्होंने लाली की पत्नी के बयान का हवाला देते हुए कहा कि First Information Report में ब्रजेश सिंह (जिन्हें लालू प्रसाद यादव का आशीर्वाद प्राप्त है) को हत्या की साजिश में शामिल बताया गया है. तेजस्वी यादव पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि आप राजनीति में अपराध का सिंडिकेट चला रहे हैं. उन्होंने दावा किया कि तेजस्वी हेलीकॉप्टर से लाली यादव के परिवार से मिलने गए थे.

जदयू प्रवक्ता ने केदार गुप्ता हत्याकांड का जिक्र करते हुए कहा कि अपराध के बाद पूरा परिवार कोलकाता भाग गया, जबकि पत्नी गांव में रहती हैं. अगर तेजस्वी ईमानदारी से अपराध विरोधी होते, तो पीड़ित परिवार से मिलते. लालू प्रसाद यादव पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि जिस अपराधी को लालू यादव का संरक्षण मिलेगा, वह अपराध में पीएचडी तो कर ही लेगा.

लाली यादव के परिवार से मिलने के बाद राजद नेता तेजस्वी यादव ने social media प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि सिवान में Police संरक्षण में अपराधियों की गोलियों से मारे गए लाली यादव और दिव्यांग मुन्ना यादव के परिजनों से मुलाकात कर उनका दुःख-दर्द साझा किया. बिहार में जंगलराज, अपराध और भ्रष्टाचार चरम पर है. बिहार में अपराधियों के नियंत्रण में Government है. विधि व्यवस्था का जनाजा निकल चुका है. Chief Minister नीतीश कुमार अचेत और बेसुध अवस्था में हैं. अपराधियों को न कानून का डर है और न ही Police का कोई खौफ.

डीकेएम/एबीएम