Mumbai , 14 सितंबर . Mumbai के चेंबूर इलाके में एक फर्जी डॉक्टर की लापरवाही ने एक ऑटो रिक्शा चालक की जान ले ली. मृतक की पहचान नानटुन झा के रूप में हुई है, जो अपने परिवार के साथ चेंबूर में रहते थे और रिक्शा चलाकर अपने परिवार को पालते थे.
चुना भट्टी Police स्टेशन के अनुसार, Friday को नानटुन झा को दांत में दर्द होने लगा, तो इलाज कराने के लिए वे लायंस क्लब ऑफ चैरिटेबल ट्रस्ट पहुंचे, जहां डॉक्टर ने उनका दांत निकाला और उन्हें घर भेज दिया. लेकिन, अगले दिन उनका गाल सूज गया और दर्द भी बढ़ गया. जब वे दोबारा वहां इलाज कराने पहुंचे तो अस्पताल बंद मिला.
भारी दर्द की वजह से नानटुन झा पास के ही ‘ओम क्लिनिक’ पहुंचे, जहां डॉ. रमेश विश्वकर्मा नाम के व्यक्ति ने उनका इलाज किया. उसने उन्हें एक इंजेक्शन और कुछ दवाइयां दीं. इलाज के बाद नानटुन झा को घर ले जाया गया, लेकिन उनकी तबीयत में कोई सुधार नहीं हुआ. उन्हें सांस लेने में दिक्कत होने लगी. परिजन उन्हें फिर डॉ. विश्वकर्मा के पास ले गए, जहां डॉक्टर ने उन्हें तुरंत किसी बड़े अस्पताल में ले जाने की सलाह दी.
तबीयत ज्यादा खराब होने पर परिवार वाले उन्हें सायन अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद नानटुन झा को मृत घोषित कर दिया. अस्पताल के डॉक्टरों ने जब परिजनों से इलाज और दवाओं के बारे में जानकारी ली तो पता चला कि झोलाछाप डॉक्टर ने गलत इंजेक्शन लगाया था.
इसके बाद मृतक के परिवार ने डॉ. रमेश विश्वकर्मा से पूछताछ की, लेकिन उसने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया. मृतक की पत्नी ने इस मामले की शिकायत बीएमसी और Police से की.
जांच में सामने आया कि आरोपी डॉक्टर के पास किसी तरह की मेडिकल डिग्री या प्रमाणपत्र नहीं है. वह बिना किसी वैध अनुमति और योग्यता के क्लीनिक चला रहा था.
इस गंभीर लापरवाही के बाद मृतक की पत्नी ने चुनाभट्टी Police स्टेशन में मामला दर्ज कराया. Police ने आरोपी डॉक्टर के खिलाफ बीएनएस की धारा 106(1), 318 और Maharashtra मेडिकल अधिनियम के तहत केस दर्ज किया है. हालांकि, अब तक आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है और Police उसकी तलाश में जुटी हुई है.
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जेपी/एबीएम