मुरादाबाद, 13 सितंबर . आध्यात्मिक गुरु रामभद्राचार्य की ओर से पश्चिमी उत्तर प्रदेश को ‘मिनी Pakistan’ कहे जाने पर Samajwadi Party के नेता एसटी हसन ने जोरदार पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि वे इस तरह के बयान नहीं देंगे तो इनकी दुकान कैसे चलेगी.
सपा के पूर्व सांसद डॉ. एसटी हसन ने आध्यात्मिक गुरु रामभद्राचार्य के मेरठ में कथा के दौरान पश्चिमी उत्तर प्रदेश को ‘मिनी Pakistan’ कहे जाने पर कड़ा विरोध जताया.
से बातचीत में उन्होंने कहा कि रामभद्राचार्य इस तरह के बयान देकर समाज में भय और विभाजन पैदा कर रहे हैं ताकि उनकी ‘दुकान’ चलती रहे और एक खास Political पार्टी को फायदा पहुंचे. उन्होंने कहा कि हिंदू-मुसलमान पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भाइयों की तरह रहते हैं, एक-दूसरे के सुख-दुख में साथ देते हैं.
हसन ने तंज कसते हुए कहा कि जब Government, सेना, Police और संसाधन हिंदू नेतृत्व के पास हैं, तो ‘हिंदू खतरे में’ का नेरेटिव कैसे बनता है? उन्होंने मुसलमानों की आस्था का हवाला देते हुए कहा कि वे अपने अल्लाह पर भरोसा रखते हैं और हिंदू भाइयों के साथ सद्भाव से रहते हैं.
रामभद्राचार्य पर Politicalरण का आरोप लगाते हुए उन्होंने सवाल उठाया कि क्या ऐसे लोगों को धार्मिक कहा जा सकता है, जो कथित तौर पर समाज को बांटकर अपनी ‘दुकान’ चलाते हैं.
उन्होंने कहा कि Pakistan कैसे बना, यह किसी से छिपा नहीं है. रामभद्राचार्य पश्चिमी उत्तर प्रदेश को मिनी Pakistan कहकर मुसलमानों को आतंकवादी बता रहे हैं. उन्हें क्या बोलना है और क्यों बोलना है, बोलने से पहले उन्हें विचार करना चाहिए.
हिंदू खतरे के सवाल पर उन्होंने कहा कि अगर वे इस तरह के बयान देंगे तो जाहिर है कि डर का माहौल पैदा होगा. इसी के साथ ही उनकी दुकान भी चमकेगी.
उन्होंने कहा कि आध्यात्मिक गुरु रामभद्राचार्य को बहुत सम्मान दिया गया है, उन्हें इस तरह से पश्चिमी उत्तर प्रदेश को मिनी Pakistan नहीं कहना चाहिए. यह देश सभी का है और सभी को यहां रहने का अधिकार है.
सपा नेता ने कहा कि मिनी Pakistan जैसे बयान समाज में नफरत फैलाने का काम करते हैं, जिसका असर बच्चे से लेकर बुजुर्गों तक होता है. ऐसे बयानों से सिर्फ नुकसान ही होता है, लाभ नहीं मिलता है.
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डीकेएम/डीएससी