अवामी लीग की निष्पक्ष चुनाव की मांग, कहा- बांग्लादेश की जेलों में नेताओं को किया जा रहा टॉर्चर

ढाका, 13 सितंबर . बांग्लादेश की अवामी लीग ने यूनुस सरकार पर पार्टी नेताओं को जेलों में प्रताड़ित करने का गंभीर आरोप लगाया है. पार्टी ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय, मानवाधिकार संगठनों और न्याय के सभी रक्षकों से पीड़ित परिवारों के साथ खड़े होने और पूरे बांग्लादेश में हिरासत में हुई इन मौतों की स्वतंत्र जांच की मांग की.

अवामी लीग का कहना है कि यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार के सीधे आदेशों पर जेलों में बंद अवामी लीग के नेताओं और कार्यकर्ताओं को भीषण यातना और उत्पीड़न झेलना पड़ रहा है.

पार्टी का दावा है कि अंतरिम सरकार के निर्देशों पर जेल अधिकारियों ने अवामी लीग के कई नेताओं और कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित किया और उनकी हत्या कर दी. अवामी लीग का कहना है कि हम केवल इन घटनाओं की निंदा और विरोध करने से संतुष्ट नहीं होंगे. हम एक स्पष्ट चेतावनी देते हैं कि यूनुस का शासन बांग्लादेश के इतिहास में एक काले अध्याय के रूप में अंकित किया जाएगा. मानवतावादी लोग एकजुट संघर्ष के माध्यम से इस हैवानियत को करारा जवाब देंगे और कल का उजाला लाएंगे.

बांग्लादेश की अवामी लीग ने यूनुस शासन के दौरान इन अमानवीय और बर्बर दुर्व्यवहारों की बार-बार निंदा और विरोध किया है. जुलाई की शुरुआत में अवामी लीग ने बांग्लादेश में यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार के सत्ता में आने के बाद से उनकी पार्टी के कम से कम 24 सदस्यों की हिरासत के दौरान मौतों की स्वतंत्र जांच कराने की मांग सरकार से की थी.

अवामी लीग का कहना है कि जेलों के अंदर और पुलिस हिरासत में हुई ये हत्याएं राष्ट्रीय कानूनों और अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार मानकों, दोनों का गंभीर उल्लंघन हैं.

आवामी लीग ने Saturday को social media प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया. उन्होंने लिखा, “यूनुस के अवैध अंतरिम शासन में मनमानी गिरफ्तारियां सरकार का पसंदीदा हथियार बन गई हैं. छात्रों, महिला नेताओं, बुद्धिजीवियों और यहां तक कि पूर्व मंत्रियों को भी गिरफ्तार किया जा रहा है. उनका अपराध हिंसा और साजिश में शामिल न होकर सिर्फ राजनीतिक निष्ठा, शांतिपूर्ण सभा या किसी गोलमेज सम्मेलन में भाग लेना है.”

ढाका विश्वविद्यालय के कार्यकर्ताओं से लेकर अवामी लीग की महिला नेताओं तक और सम्मानित प्रोफेसरों से लेकर पूर्व सचिवों तक कोई भी सुरक्षित नहीं है. यह विपक्ष को मिटाने, आधे देश को चुप कराने और असहमति को ही अपराधी बनाने के बारे में है.

अवामी लीग का कहना है कि यह बेतरतीब पुलिसिंग नहीं, बल्कि व्यवस्थित दमन है. युवा नेटवर्क को खत्म कर, महिला नेतृत्व को कमजोर कर, बुद्धिजीवियों को चुप कर और हिंसा की छिटपुट घटनाओं के जरिए व्यापक दमन को उचित ठहराया जा रहा है. नतीजा आज डर का माहौल है, जहां चुप्पी ही अस्तित्व है.

पार्टी ने कहा कि लोकतंत्र अंधेरे में मुरझा रहा है. आगे बढ़ने का एकमात्र रास्ता एक स्वतंत्र, निष्पक्ष और समावेशी चुनाव है, जो जनता की आवाज को बहाल करे. जब तक ऐसा नहीं होगा, तब तक मनमानी गिरफ्तारियां बांग्लादेश के लोकतंत्र को कमजोर करती रहेंगी.

वीसी/एएस