इंदौर, 12 सितंबर . कांग्रेस की Madhya Pradesh इकाई के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने राज्य में गायों की स्थिति पर सरकार को घेरा है. उन्होंने कहा कि सड़क हादसों में गाय मर रही हैं, उनकी हत्या की जा रही है, मगर सरकार की ओर से गाय सुरक्षा के कोई कदम नहीं उठाए जा रहे हैं. राज्य की गौशालाओं की स्थिति प्रदेश की जनता के सामने लाने के लिए आने वाले दिनों में कांग्रेस नेता गौशालाओं का आकस्मिक निरीक्षण करेंगे.
दरअसल, बीते दिनों Chief Minister मोहन यादव ने खुद को गाय पालक बताया था, जिस पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि Chief Minister अपने को गाय पालने वाला बताते हैं, मगर राज्य में गायों की स्थिति बहुत खराब है.
पटवारी ने आगे कहा कि बीते छह माह में राज्य में अलग-अलग हिस्सों में एक हजार से ज्यादा गायों की हत्या हो चुकी है. इतना ही नहीं, हर रोज 100 गाय सड़क हादसे में अपनी जान गंवा रही है, गाड़ियों के नीचे दबकर गायों की मौत हो रही है, गायों की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी सरकार की है , मगर सरकार बेखबर है.
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष पटवारी ने Chief Minister यादव से आग्रह किया है कि गायों की सुरक्षा के लिए इंतजाम किए जाएं और Chief Minister इन स्थितियों में सुधार लाएं. ऐसा नहीं हुआ तो आगामी एक सप्ताह बाद पूरी कांग्रेस पार्टी गौशालाओं पर पहुंचेगी और स्थिति का जायजा लेगी. किसी भी तरह की खराब स्थिति का वीडियो बनाकर social media के जरिए जनता के बीच ले जाएगी.
Chief Minister के बयान पर तंज कसते हुए पटवारी ने कहा, “Chief Minister खुद को गाय का रक्षक बताते हैं, मगर वास्तविकता सामने है. गायों की स्थिति बताना विपक्ष और कांग्रेस की जिम्मेदारी है, उसे हम आने वाले समय में सबके सामने लाएंगे. अब भी सरकार के पास समय है; वे आगामी एक सप्ताह में गायों की सुरक्षा, दाना पानी व चारा आदि की व्यवस्था नहीं करते हैं तो कर लें. आने वाले समय में कांग्रेस के नेता गौशालाओं तक जाएंगे और पोल खोलेंगे. यह आंदोलन एक सप्ताह चलेगा.”
वहीं कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष पटवारी ने Chief Minister यादव से आग्रह किया है कि वे गाय की रक्षा के लिए गाय को राष्ट्रीय पशु का दर्जा दिलाएं. State government ने गायों की रक्षा और उनके संरक्षण के लिए कई कदम उठाए हैं; गौशाला में गायों के लिए प्रति दिन चारा पर होने वाले व्यय को भी बढ़ाया है. गौशालाएं बढ़ाई जा रहीहैं.. उसके बाद भी गाय सड़कों पर नजर आती हैं.
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एसएनपी/एएस