पूर्वोत्तर प्रगति की प्रतीक्षा कर रहा सीमांत क्षेत्र नहीं, बल्कि भारत की ग्रोथ स्टोरी का केंद्र बिंदु बन गया है : पीएम मोदी

New Delhi, 12 सितंबर . Prime Minister कार्यालय (पीएमओ) की ओर से Friday को social media प्लेटफॉर्म एक्स पर Union Minister अश्विनी वैष्णव की एक पोस्ट को रिपोस्ट कर कहा गया कि पूर्वोत्तर अब प्रगति की प्रतीक्षा कर रहा सीमांत क्षेत्र नहीं रहा, बल्कि भारत की ग्रोथ स्टोरी का केंद्रबिंदु बन गया है.

Saturday को पीएम मोदी देश के पूर्वी राज्य मिजोरम में बैराबी-सैरांग रेलवे लाइन का उद्घाटन करेंगे. यह अवसर राज्य के लिए एक ऐतिहासिक मील का पत्थर होगा.

Prime Minister मोदी ने social media प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “बैराबी-सैरांग रेलवे लाइन का उद्घाटन एक ऐतिहासिक मील का पत्थर है, जो मिजोरम को नेशनल रेलवे नेटवर्क से जोड़ता है और व्यापार, संपर्क और अवसरों के नए द्वार खोलता है.”

इस पोस्ट के नीचे पीएमओ की ओर से Union Minister अश्विनी वैष्णव की पोस्ट शेयर की गई है, जिसमें रेल मंत्री वैष्णव लिखते हैं कि स्वतंत्रता के बाद पहली बार पूर्वोत्तर क्षेत्र को भारत की विकास गाथा के केन्द्र में देखा जा रहा है.

वे बताते हैं कि कल Prime Minister मोदी द्वारा बैराबी-सैरांग रेलवे लाइन का उद्घाटन मिजोरम के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि होगी. 8,000 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से निर्मित, यह 51 किलोमीटर लंबी परियोजना पहली बार आइजोल को नेशनल रेलवे नेटवर्क से जोड़ेगी. इसके साथ ही, Prime Minister सैरंग से दिल्ली (राजधानी एक्सप्रेस), कोलकाता (मिज़ोरम एक्सप्रेस) और गुवाहाटी (आइजोल इंटरसिटी) के लिए तीन नई ट्रेन सेवाओं को भी हरी झंडी दिखाएंगे.

Union Minister वैष्णव अपने इस आर्टिकल में लिखते हैं कि पीएम मोदी की एक्ट ईस्ट पॉलिसी की शुरुआत के साथ भारत के पूर्वी राज्यों की पहचान अब एक अग्रणी क्षेत्र के रूप में होने लगी है. लोग सरकारी योजनाओं का लाभ पा रहे हैं. पहली बार पूर्वोत्तर क्षेत्र को भारत की ग्रोथ स्टोरी के केंद्र में देखा जा रहा है.

Union Minister के अनुसार, “रेलवे के लिए बजट आवंटन 2009 से 2014 की अवधि की तुलना में पांच गुना बढ़ गया है. अकेले इस वित्त वर्ष में 10,440 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं. 2014 से 2025 तक कुल बजटीय आवंटन 62,477 करोड़ रुपए है.”

Union Minister वैष्णव ने आगे कहा, “आज, 77,000 करोड़ रुपये की रेलवे परियोजनाओं पर काम चल रहा है. पूर्वोत्तर में पहले कभी इतने रिकॉर्ड स्तर का निवेश नहीं हुआ.”

एसकेटी/