Lucknow, 11 सितंबर . Prime Minister Narendra Modi की ओर से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत की प्रशंसा पर BJP MP दिनेश शर्मा ने प्रतिक्रिया जाहिर की है.
उन्होंने कहा कि मोहन भागवत एक आधार स्तंभ हैं, जिन्होंने न केवल राष्ट्रीय चेतना को बल दिया, बल्कि एक सच्चे देशभक्त के रूप में राष्ट्र की सेवा की है. मोहन भागवत ने लाखों कार्यकर्ताओं की फौज तैयार की है, जो भारत माता की आन-बान-शान के लिए सब कुछ न्योछावर करने को तैयार रहते हैं. आरएसएस के विचार और कार्य देश के विकास और एकता के लिए प्रेरणादायक हैं.
Prime Minister Narendra Modi Thursday को अपने Lok Sabha क्षेत्र वाराणसी के दौरे पर पहुंचे हैं, जिसको लेकर दिनेश शर्मा ने कहा कि काशी न केवल Prime Minister का संसदीय क्षेत्र है, बल्कि यह उनके दिल के करीब भी है. वह काशी की जनता की छोटी-छोटी समस्याओं पर नजर रखते हैं और क्षेत्र के विकास के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं. पीएम मोदी के नेतृत्व में काशी ने शिक्षा, स्वास्थ्य, और बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति की है.
मॉरीशस के Prime Minister डॉ. नवीनचंद्र रामगुलाम की काशी यात्रा पर दिनेश शर्मा ने प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा कि मॉरीशस के लोग आज भी भोजपुरी बोलते हैं और भारतीय संस्कृति को जीवंत रखते हैं. भारत की महान हस्तियों के स्मृति चिह्न वहां आज भी मौजूद हैं. हम मॉरीशस के Prime Minister का काशी में हार्दिक स्वागत करते हैं. उनकी यह यात्रा भारत-मॉरीशस संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी.
वहीं, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने Prime Minister मोदी की काशी यात्रा के दौरान विरोध करने की योजना बनाई थी, लेकिन उन्हें हाउस अरेस्ट कर लिया गया. इस पर दिनेश शर्मा ने कहा कि लोकतंत्र में सभी को अपनी बात रखने का अधिकार है, लेकिन Prime Minister के दौरे के दौरान प्रोटोकॉल और गरिमा का ध्यान रखना सभी दलों का कर्तव्य है. चुने गए Prime Minister का सम्मान करना हम सभी की जिम्मेदारी है.
दूसरी ओर, राहुल गांधी की सुरक्षा चूक को लेकर सीआरपीएफ के वीवीआईपी सिक्योरिटी प्रमुख सुनील जून ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी को पत्र लिखा. पत्र में राहुल पर सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन न करने का आरोप लगाया गया. इस मुद्दे पर दिनेश शर्मा ने कहा कि सुरक्षा एजेंसियों के मानकों का पालन करना सभी नेताओं, खासकर गांधी परिवार जैसे वीवीआईपी व्यक्तियों के लिए जरूरी है.
वहीं, मल्लिकार्जुन खड़गे ने जूनागढ़ में जिला कांग्रेस अध्यक्षों के प्रशिक्षण शिविर में कहा, “पूरा डिब्बा सड़ने से पहले खराब आमों को निकाल देना चाहिए.” उनके इस बयान पर दिनेश शर्मा ने प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा, “कांग्रेस कार्यकर्ताओं की तुलना कभी घोड़े से करती है, कभी सड़े आम से. कार्यकर्ताओं का अपमान ही कांग्रेस के पतन का कारण है. भाजपा में कार्यकर्ताओं का सम्मान सर्वोपरि है.”
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एकेएस/जीकेटी