New Delhi, 11 सितंबर . नेपाल में भ्रष्टाचार के खिलाफ जेन-जी युवाओं के विरोध प्रदर्शन की आड़ में जेल से भागे अब तक 60 कैदियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. इन सभी कैदियों को सीमा सुरक्षा बल द्वारा उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और बिहार से गिरफ्तार किया गया है.
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, अब तक लगभग 13 हजार से भी ज्यादा कैदी नेपाल के जेल से भागने में सफल रहे हैं. जेल से भागे यह सभी कैदी भारत की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा कर सकते हैं. इसी को देखते हुए दोनों ही देशों के सुरक्षाबल ऐसे सभी कैदियों को चिन्हित कर उन्हें गिरफ्तार करने में जुटे हैं.
नेपाल के जेल से भागे कैदियों के बारे में सीमा सुरक्षा बल ने पूरी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि इस बात की आशंका है कि आने वाले दिनों में ऐसे कैदियों की संख्या में इजाफा हो सकता है. लेकिन, हम ऐसे सभी कैदियों के खिलाफ कार्रवाई करने में जुटे हुए हैं.
इससे पहले 10 सितंबर को सीमा सुरक्षा बल ने नेपाल से भागे पांच कैदियों को सिद्धार्थनगर से गिरफ्तार किया था. इसके बाद इनसे पूछताछ कर इस बारे में पूरी जानकारी जुटाने का प्रयास किया था. सीमा सुरक्षा बल ने इन कैदियों से यह जानने का प्रयास किया था कि अब तक कितने कैदी नेपाल की जेलों से भाग चुके हैं.
बता दें कि चार सितंबर को नेपाली सरकार ने देश में social media पर बैन लगा दिया था. इसके विरोध में जेन-जी ने सड़क पर उतरकर सरकार के इस फैसले का विरोध किया. इस बीच, सरकार को युवाओं के विरोध के आगे झुकते हुए social media पर लगे इस प्रतिबंध को वापस लेना पड़ा.
नेपाल के इन जेन-जी युवाओं ने social media पर लगे प्रतिबंध के अलावा भ्रष्टाचार के खिलाफ भी विरोध किया. इस वजह से नेपाल के Prime Minister केपी शर्मा ओली सहित कई मंत्रियों को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा.
वहीं, जेन-जी युवाओं ने कहा कि जब तक नेपाल भ्रष्टाचार से मुक्त नहीं हो जाता है, तब तक हमारा यह विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा.
उधर, नेपाल के युवाओं के विरोध प्रदर्शन की वजह से अब वहां पर स्थिति हिंसात्मक हो चुकी है. इसी को देखते हुए अब यह वैश्विक मंच पर भी चर्चा का विषय बन गया है.
Government of India ने भी नेपाल में बनी अराजक स्थिति को ध्यान में रखते हुए बयान जारी किया और कहा कि हमने वहां की स्थिति पर करीब से नजर बनाकर रखी है. हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि वहां पर रहे हमारे भारतीय नागरिकों को किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं हो. सभी वहां पर सकुशल रहे. इसके अलावा, भारतीय विदेश मंत्रालय ने अपने निर्देश में वहां रहने वाले भारतीय नागरिकों से अपील की है कि जब तक स्थिति सामान्य नहीं हो जाती है, तब तक सभी अपने घरों पर ही रहें.
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एसएचके/जीकेटी