कामयाबी की चाबी है वक्त की समझ, चाणक्य ने बताया सफलता का असली मंत्र

New Delhi, 11 सितंबर . आचार्य चाणक्य की नीतियों को ज्ञान और बुद्धिमत्ता का प्रतीक माना जाता है. वे सिर्फ एक महान शिक्षक या रणनीतिकार नहीं थे, बल्कि वे एक ऐसे विचारक थे, जिनकी बातें आज भी जीवन के हर मोड़ पर मार्गदर्शन करती हैं, चाहे वह राजनीति हो, समाज की दिशा हो या फिर व्यक्तिगत सफलता की राह. चाणक्य की नीतियों में हर सवाल का जवाब मिलता है.

चाणक्य ने खासतौर पर समय को बहुत महत्वपूर्ण माना है. उनका मानना था कि सफलता सिर्फ मेहनत से नहीं, बल्कि सही समय पर की गई मेहनत से मिलती है.

आचार्य चाणक्य के अनुसार, अगर इंसान दिन-रात मेहनत करे लेकिन समय का ध्यान न रखे, तो उसका प्रयास बेकार जा सकता है.

चाणक्य नीति में उदाहरण दिया गया है कि अगर कोई किसान बरसात से पहले बीज न बोए या ठंड में फसल काटने चले, तो उसे नुकसान ही होगा. मेहनत को फल देने के लिए यह जरूरी है कि वह सही वक्त पर की जाए.

चाणक्य कहते हैं कि समय अगर साथ हो, तो छोटी सी कोशिश भी बड़ी सफलता में बदल सकती है. लेकिन वही काम अगर गलत वक्त पर किया जाए, तो सब कुछ बिगड़ सकता है.

चाणक्य नीति में कहा गया है कि जब मन शांत हो, सोच स्पष्ट हो, और हालात अनुकूल हों, तो वही सही समय होता है. कोई भी बड़ा फैसला तब लेना चाहिए जब भावनाएं नहीं, बल्कि विवेक साथ हो. गुस्से में, डर में, या जल्दबाजी में लिए गए फैसले अक्सर हमें पीछे ले जाते हैं. अगर कोई अवसर खुद चलकर आपके पास आ रहा है, तो समझ लीजिए कि वही उसे पकड़ने का सही वक्त है.

चाणक्य का मानना था कि कुछ लोग सफलता के लिए बहुत धैर्यवान होते हैं. वे जानते हैं कि हर चीज का अपना समय होता है. ऐसे लोग वक्त का इंतजार करते हैं और जब मौका आता है, तो उसे पूरी ताकत से पकड़ लेते हैं. वहीं, कुछ लोग जल्दबाजी में फैसले ले लेते हैं और नतीजे में नुकसान उठाते हैं. जीवन में अगर आपको आगे बढ़ना है, तो धैर्य और समय इन दोनों को दोस्त बनाना पड़ेगा.

पीके/एबीएम