अगरतला, 10 सितंबर . त्रिपुरा के Chief Minister माणिक साहा ने Wednesday को कहा कि राज्य की समग्र प्रगति के लिए सभी समुदायों के बीच आपसी विश्वास और भाईचारा बेहद जरूरी है. उन्होंने यह बात दुर्गा पूजा के शुभ अवसर पर ‘समाजपतियों’ (विभिन्न जनजातीय समुदायों के सम्मानित प्रमुखों) से मुलाकात के दौरान कही. इस दौरान Chief Minister ने सामाजिक और विकास से जुड़े मुद्दों पर उनकी राय भी सुनी.
Chief Minister ने कहा, “यह पहली बार है कि इतने विस्तारित रूप में सभी समाजपति एक साथ आए हैं. जब तक हम आपस में भाईचारे की भावना नहीं विकसित करेंगे, तब तक त्रिपुरा को आगे नहीं ले जाया जा सकता है. हमें विश्वास, आस्था और भरोसे पर आधारित एकता बनानी होगी. भाईचारा केवल शब्दों से नहीं, काम के माध्यम से भी आना चाहिए.”
इस मौके पर Chief Minister ने एक अहम घोषणा करते हुए बताया कि State government ने ‘संग्रमा पूजा’ को एक प्रतिबंधित अवकाश के रूप में मान्यता देने का फैसला किया है. यह निर्णय State government की जनजातीय परंपराओं के प्रति सम्मान और उनकी सांस्कृतिक पहचान को संरक्षित करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है.
सीएम साहा ने यह भी याद दिलाया कि उनकी सरकार ने सत्ता में आने के तुरंत बाद समाजपतियों के लिए 2,000 रुपए का मानधन शुरू किया था, जो शुरू में केवल 10 समुदायों तक सीमित था. बाद में इसे बढ़ाकर राज्य की सभी 19 जनजातीय समुदायों तक पहुंचाया गया और मानधन राशि भी बढ़ाकर 5,000 रुपए कर दी गई.
उन्होंने कहा, “कोई भी काम केवल भावना से नहीं, बल्कि व्यावहारिक और सामूहिक प्रयासों से किया जाना चाहिए ताकि लोगों की समस्याओं का सही समाधान हो सके.”
Chief Minister ने अपनी सरकार की समावेशी विकास नीति को दोहराते हुए कहा कि जनजातीय भाइयों-बहनों के सामाजिक-आर्थिक उत्थान के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं. उन्होंने कहा कि इन समुदायों का गहरा ज्ञान और अनुभव उन्हें गरीब से गरीब व्यक्ति के कल्याण के लिए और अधिक आत्मविश्वास के साथ काम करने के लिए प्रेरित करता है.
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वीकेयू/डीकेपी