ग्रेटर नोएडा: कॉलेज हॉस्टल गोलीकांड में दूसरे छात्र की भी मौत, लाइसेंसी रिवॉल्वर से चली थीं गोलियां

ग्रेटर नोएडा, 10 सितंबर . ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क थाना क्षेत्र में स्थित बिमटेक कॉलेज के ऑफ-कैंपस हॉस्टल (आरसीआई विद्या विहार) में Tuesday को हुए गोलीकांड में घायल छात्र देवांश चौहान ने भी Wednesday सुबह इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. इससे पहले आंध्र प्रदेश के चिलकुलरी के रहने वाले 22 वर्षीय दीपक कुमार की Tuesday को ही मौत हो गई थी.

मिली जानकारी के अनुसार, 23 वर्षीय देवांश चौहान, जो मूल रूप से आगरा के भगवान टॉकीज का रहने वाला था और पीजीडीएम की पढ़ाई कर रहा था, Tuesday को हॉस्टल के कमरे में गंभीर रूप से घायल अवस्था में मिला था. उसके सिर में गोली फंसी हुई थी. उसे तत्काल कैलाश अस्पताल ले जाया गया, जहां देर रात तक उसका ऑपरेशन चला, लेकिन Wednesday सुबह उसने भी दम तोड़ दिया.

पुलिस जांच में सामने आया है कि इस घटना में देवांश के पिता सुरेंद्र सिंह की लाइसेंसी रिवॉल्वर का इस्तेमाल हुआ, जो उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग में डिप्टी एसपी पद से हाल ही में सेवानिवृत्त हुए हैं. मौके से बरामद रिवॉल्वर में कुल छह गोलियां भरी हुई थीं, जिनमें से दो फायर हुई थीं. दोनों छात्रों को एक-एक गोली लगी थी, जबकि चार गोलियां अभी भी रिवॉल्वर में मौजूद थीं. घटना के बाद यह सवाल अब भी बरकरार है कि गोली किसने और क्यों चलाई. चूंकि कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था, पुलिस आत्महत्या या आपसी झगड़े के बाद गोली चलने, दोनों ही संभावनाओं पर जांच कर रही है.

देवांश के परिजनों के अनुसार, वह Tuesday सुबह करीब 5 बजे आगरा स्थित घर से निकला था. आशंका जताई जा रही है कि वह रिवॉल्वर लेने के लिए घर गया और लगभग 9:30 बजे हॉस्टल लौटा. इसके बाद करीब 11:30 बजे यह घटना हुई.

इस पूरे मामले को लेकर बिमटेक कॉलेज प्रशासन ने गहरा दुख व्यक्त किया है. कॉलेज की ओर से जारी आधिकारिक बयान में कहा गया है कि यह एक अत्यंत दुखद और आघातपूर्ण घटना है, जिसमें कथित तौर पर ऑफ-कैम्पस हॉस्टल में हथियार का प्रयोग हुआ. कॉलेज ने आश्वासन दिया कि वह जांच एजेंसियों के साथ पूर्ण सहयोग कर रहा है, ताकि सच्चाई सामने आए और न्याय सुनिश्चित हो सके.

संस्थान ने यह भी बताया कि वह दोनों प्रभावित छात्रों के परिजनों के संपर्क में है और हर संभव मदद उपलब्ध कराई जा रही है. साथ ही छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए विशेष परामर्श (काउंसलिंग) सत्र आयोजित किए जा रहे हैं, ताकि शेष छात्र समुदाय को सुरक्षित और सहयोगी माहौल मिल सके. पुलिस ने कहा है कि मामले की गहन जांच की जा रही है और जल्द ही घटना की असली वजह स्पष्ट होगी.

पीकेटी/एएस