New Delhi, 9 सितंबर . दिल्ली स्थित आईटीओ के इंदिरा पर्यावरण भवन में आज ‘स्वच्छ वायु सर्वेक्षण पुरस्कार एवं वेटलैंड शहर सम्मान समारोह’ का आयोजन किया गया. इस खास मौके पर देश के उन शहरों को सम्मानित किया गया, जिन्होंने स्वच्छ वायु, पर्यावरण संरक्षण और जल-संरक्षण के क्षेत्र में बेहतरीन काम किया है.
इस पुरस्कार समारोह में तीन श्रेणियों के अंतर्गत अवॉर्ड वितरित किए गए, जिनमें 10 लाख से ज्यादा आबादी वाले शहर, 3 से 10 लाख की आबादी वाले शहर और 3 लाख से कम आबादी वाले शहर शामिल हैं.
मध्यप्रदेश का इंदौर शहर फिर एक बार स्वच्छता में अव्वल रहा और सबसे बड़ी कैटेगरी (10 लाख से अधिक जनसंख्या) में पहला स्थान पाया. इंदौर को इसके लिए 1.5 करोड़ रुपए की इनामी राशि, ट्रॉफी और सर्टिफिकेट से सम्मानित किया गया.
दूसरे स्थान पर जबलपुर रहा, जिसे 200 में से 199 अंक मिले और एक करोड़ रुपए की पुरस्कार राशि दी गई. तीसरे स्थान पर संयुक्त रूप से आगरा (उत्तर प्रदेश) और सूरत (Gujarat) रहे, दोनों को 200 में से 196 अंक मिले और 50 लाख की संयुक्त इनामी राशि में से 25-25 लाख रुपए दिए गए.
3 से 10 लाख की आबादी वाले शहर कैटेगरी में Maharashtra के अमरावती ने पहला स्थान हासिल किया और 75 लाख का पुरस्कार पाया. दूसरे स्थान पर संयुक्त रूप से उत्तर प्रदेश के झांसी और मुरादाबाद रहे, जिसे 50 लाख रुपए की पुरस्कार राशि दी गई. Rajasthan का अलवर शहर इस श्रेणी में तीसरे स्थान पर रहा.
3 लाख से कम आबादी वाले शहरों में देवास सबसे आगे रहा. इस श्रेणी में मध्यप्रदेश का देवास शहर पहले स्थान पर रहा, जिसे 35 लाख रुपए की इनामी राशि दी गई.
दूसरे स्थान पर Himachal Pradesh का परवाणू रहा, जिसे 25 लाख रुपए का पुरस्कार मिला. तीसरा स्थान Odisha के अम्दुल शहर को दिया गया, जिसे 12.5 लाख रुपए की इनामी राशि मिली.
इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने से कहा, “क्लीन एयर प्रोग्राम के तहत इंदौर फिर से नंबर 1 बना है. ये हमारे जनप्रतिनिधियों और आम नागरिकों की साझी कोशिशों का नतीजा है.”
सूरत की म्युनिसिपल कमिश्नर शालिनी अग्रवाल ने कहा, “सूरत ने पिछले साल भी देश में पहला स्थान प्राप्त किया था और इस बार भी टॉप 3 में बना रहना गर्व की बात है.”
आगरा की महापौर हेमलता दिवाकर ने कहा, “ये लगातार तीसरी बार है जब आगरा को टॉप थ्री में स्थान मिला है. यह दिखाता है कि हम सही दिशा में काम कर रहे हैं.”
आगरा नगर निगम की कमिश्नर अंकित खंडेलवाल ने जनता और टीम को धन्यवाद दिया और कहा, “यह सम्मान उनकी मेहनत का परिणाम है.”
जबलपुर के महापौर जगत बहादुर सिंह ने जबलपुर को दूसरा स्थान मिलने पर कहा, “यह अवॉर्ड हमारे नागरिकों को समर्पित है. हम इस सम्मान से गौरवान्वित हैं.”
पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने पुरस्कार विजेताओं को बधाई दी. उन्होंने कहा कि Prime Minister Narendra Modi के नेतृत्व में देश में पर्यावरण संरक्षण को नई दिशा मिली है.
उन्होंने कहा कि 2014 में जब पीएम मोदी Prime Minister बने थे, तब केवल 25 साइट्स थीं, जो अब बढ़कर 91 हो गई हैं. जल संरक्षण के लिए अमृत सरोवर योजना चलाई जा रही है.
उन्होंने यह भी बताया कि देश की 17 प्रतिशत आबादी को सिर्फ 1.5 प्रतिशत मीठा पानी मिलता है. इसलिए जल संरक्षण पर विशेष जोर दिया जा रहा है.
साथ ही उन्होंने बताया कि 17 सितंबर को पीएम मोदी के जन्मदिन के अवसर पर ‘स्वच्छता सेवा पखवाड़ा’ मनाया जाएगा. इस दौरान पूरे देश में भारी मात्रा में पौधे लगाए जाएंगे और ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान को बढ़ावा मिलेगा.
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वीकेयू/जीकेटी