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क्वेटा, 8 सितंबर . बलूचों के खिलाफ हो रहे अत्याचार और 2 सितंबर को एक Political जलसे में हुए विस्फोट के विरुद्ध सड़क पर उतरे 100 से ज्यादा प्रदर्शनकारियों को Pakistan की क्वेटा Police ने गिरफ्तार कर लिया.
इन पर धारा 144 का उल्लंघन करने, दुकानें और राजमार्ग बंद करने का आरोप है.
Pakistan के प्रमुख दैनिक डॉन से बातचीत में Police अधिकारी ने बताया कि सभाओं पर प्रतिबंध का उल्लंघन करने, कथित तौर पर बाजारों को जबरन बंद कराने, और राजमार्गों को अवरुद्ध करने के आरोप में 100 से ज्यादा प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया है.
क्वेटा के वरिष्ठ Police अधीक्षक (एसएसपी) मुहम्मद बलूच ने डॉन डॉट कॉम को बताया, “धारा 144 का उल्लंघन करने, बाजारों को जबरन बंद कराने और राजमार्गों को अवरुद्ध करने के आरोप में 100 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है.”
ये गिरफ्तारियां ऐसे समय में हुई हैं जब छह विपक्षी Political दलों ने 2 सितंबर को बलूचिस्तान नेशनल पार्टी-मेंगल (बीएनपी-एम) की एक जनसभा को निशाना बनाकर किए गए आत्मघाती बम विस्फोट के विरोध में Monday (8 सितंबर) को बलूचिस्तान में पूर्ण चक्का जाम और बंद हड़ताल का ऐलान किया था.
क्वेटा के शाहवानी स्टेडियम में आयोजित एक रैली में हुए विस्फोट में 15 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 38 घायल हो गए थे. यह विस्फोट बलूचिस्तान के पूर्व Chief Minister सरदार अताउल्लाह मेंगल, एक वरिष्ठ राष्ट्रवादी नेता और बीएनपी संस्थापक की चौथी पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित किया गया था.
Pakistan में बलूचों के साथ ज्यादती का मुद्दा सुर्खियों में है. बलूच नेता Government पर मानवाधिकार हनन की बात करते रहे हैं. एक प्रमुख मानवाधिकार संगठन के अनुसार, Pakistanी सेना समर्थित मौत दस्तों ने तीन बलूच नागरिकों की न्यायेतर (न्याय या कानूनी प्रक्रिया के बाहर जाकर) हत्या कर दी.
बलूच नेशनल मूवमेंट के मानवाधिकार विभाग, ‘पांक’ ने Monday को ही न्यायेतर हत्याओं की निंदा करते हुए बताया कि मुल्ला बहराम बलूच और इजहार मुजीब की Saturday सुबह बलूचिस्तान के मांड इलाके में गोली मारकर हत्या कर दी गई, जबकि जलाल बलूच की उसी शाम गोमाजी क्षेत्र में गोली मारकर हत्या कर दी गई.
संस्था ने कहा, “ऐसे कृत्य जबरन गायब करने, मनमाने ढंग से हत्या करने और व्यवस्थित दमन के एक व्यापक अभियान का हिस्सा हैं, जो मानवता के विरुद्ध हैं.”
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केआर/