देहरादून, 6 सितंबर . उत्तराखंड के Chief Minister पुष्कर सिंह धामी के चार साल के कार्यकाल में युवा वर्ग सबसे बड़ा लाभार्थी बनकर उभरा है. इस दौरान रिकॉर्ड 25 हजार युवाओं को सरकारी नौकरियों में नियुक्ति मिली है.
Saturday को जनजाति कल्याण विभाग के राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालयों में चयनित 15 सहायक अध्यापकों को नियुक्ति पत्र सौंपे गए, जो इस दिशा में एक और कदम है.
4 जुलाई 2021 को कार्यभार संभालने के बाद धामी सरकार ने युवाओं को रोजगार और कौशल विकास पर विशेष ध्यान केंद्रित किया. लोक सेवा आयोग, उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग और चिकित्सा सेवा चयन आयोग के माध्यम से 25 हजार से अधिक युवाओं को स्थायी सरकारी नौकरियां प्रदान की गई हैं. कई विभागों में भर्ती प्रक्रिया अभी भी जारी है और जल्द ही अंतिम चयन संस्तुति होने से यह आंकड़ा और बढ़ेगा.
धामी सरकार का लक्ष्य है कि उत्तराखंड के युवा न केवल रोजगार प्राप्त करें, बल्कि राज्य के विकास में भी योगदान दें.
युवाओं को वैश्विक अवसरों से जोड़ने के लिए धामी सरकार ने 9 नवंबर 2022 को Chief Minister कौशल उन्नयन एवं वैश्विक रोजगार योजना शुरू की. इस योजना के तहत आतिथ्य, नर्सिंग और ऑटोमोबाइल जैसे क्षेत्रों में प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है. अब तक 154 युवाओं को प्रशिक्षित किया गया है, जिनमें से 37 को जापान में रोजगार मिल चुका है.
जर्मनी और अन्य देशों में भी युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान किए जा रहे हैं. यह योजना उत्तराखंड के युवाओं को वैश्विक मंच पर स्थापित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है.
धामी सरकार ने नकल माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए 2024 में नकल विरोधी कानून लागू किया. इस कानून ने भर्ती परीक्षाओं में पारदर्शिता सुनिश्चित की है. इसके लागू होने के बाद से एक भी पेपर लीक की घटना नहीं हुई है. साथ ही, 100 से अधिक नकल माफियाओं को जेल भेजा गया है, जिससे भर्ती प्रक्रिया की विश्वसनीयता बढ़ी है.
Chief Minister धामी ने कहा, “हमारा लक्ष्य है कि उत्तराखंड का पानी और जवानी यहीं के काम आए. हम युवाओं को शिक्षा और कौशल के माध्यम से रोजगार के अवसर उपलब्ध करा रहे हैं, ताकि वे पलायन के बजाय राज्य में ही रोजगार सृजन करें. हमारी सरकार युवाओं को सशक्त बनाने के साथ उत्तराखंड को विकास के पथ पर आगे ले जा रही है.”
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एकेएस/डीएससी