New Delhi, 6 सितंबर . चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने दिल्ली में ‘कैंपस टैंक : भारत का सबसे बड़ा यूनिवर्सिटी-प्रेरित स्टार्टअप लॉन्चपैड’ कार्यक्रम की शुरुआत की है. Saturday को आयोजित इस कार्यक्रम में केंद्रीय राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह शामिल हुए. उन्होंने यूनिवर्सिटी की इस पहल की सराहना की.
केंद्रीय राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा, “डॉक्टर सतनाम सिंह (चंडीगढ़ विश्वविद्यालय के चांसलर), उनकी पूरी टीम और फैकल्टी, देश के अग्रणी निजी विश्वविद्यालयों में से एक हैं. इन्होंने ऐसे नए-नए कदम उठाए हैं, जो Prime Minister मोदी और केंद्र सरकार की प्रमुख योजनाओं के साथ पूरी तरह से मेल खाते हैं.”
उन्होंने आगे कहा, “यह कार्यक्रम अपने आप में अनूठा है. इन्होंने स्टार्टअप्स के लिए समर्पित एक ‘कैंपस टैंक’ की शुरुआत की है, जिससे एक ऐसा ढांचा तैयार हो रहा है जहां विश्वविद्यालय और एक शैक्षणिक संस्थान के बीच सार्वजनिक-निजी जुड़ाव को आसानी से सुगम बनाया जा सकता है. यह चलन पूरे देश में फैलेगा.”
चंडीगढ़ विश्वविद्यालय के चांसलर और राज्यसभा सांसद सतनाम सिंह संधू कहते हैं, “कैंपस टैंक एक यूथ एंटरप्रेन्योरशिप प्रोग्राम है, जो युवा उद्यमियों को बढ़ावा देने वाला भारत का पहला स्वदेशी मंच है. यह Prime Minister Narendra Modi के मिशन और विजन से प्रेरित है.”
उन्होंने बताया कि आज तक का सबसे अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है. पहले चरण में 20 हजार यूथ एंटरप्रेन्योरशिप रजिस्टर्ड हुए हैं और 6 हजार स्टार्टअप्स पहले से जुड़े हुए हैं. पहले चरण में ही हमारा टारगेट एक हजार स्टार्टअप्स का है और उम्मीद है कि इनमें से 300 स्टार्टअप्स को हम आगे लेकर जाएंगे.
चंडीगढ़ विश्वविद्यालय की प्रो-चांसलर हिमानी सूद ने समाचार एजेंसी से बातचीत में कहा कि एंजेल इंवेस्टर्स, एकेडमी, कारोबारी और उद्यमी सभी एक मंच पर आए हैं. हम चाहते हैं कि भारत दुनिया का स्टार्ट-अप लीडर इकोसिस्टम बने. हम तीसरे नंबर पर हैं और 2047 तक हम पहले नंबर पर आना चाहते हैं.
उन्होंने कहा कि यह बिल्कुल संभव है. देश में जितने भी स्टार्टअप्स हैं, उनमें से 51 प्रतिशत टीयर-टू और टीयर-थ्री सिटी से आते हैं.
‘विकसित भारत’ के बारे में हिमानी सूद ने कहा कि भारत में स्टार्टअप एक कल्चर बन चुका है. हर भारतीय को मौका दिया जा रहा है. Prime Minister के विजन के तहत स्टार्टअप कल्चर भारत में बहुत मजबूत होने वाला है.
–
डीसीएच/