दमोह, 5 सितंबर . Madhya Pradesh विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के “आदिवासी हिंदू नहीं” वाले बयान की भाजपा लगातार निंदा कर रही है. राज्य के संस्कृति एवं पर्यटन राज्यमंत्री धर्मेंद्र सिंह लोधी ने इसे कांग्रेस की “फूट डालो, शासन करो” वाली नीति का हिस्सा बताया है. संस्कृति एवं पर्यटन राज्यमंत्री धर्मेंद्र सिंह लोधी ने सिंघार द्वारा दिए गए विवादित बयान “आदिवासी हिंदू नहीं” की निंदा करते हुए कहा है कि कांग्रेस की मानसिकता साफ झलक रही है फूट डालो शासन करो की नीति की.
उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस पहले भी समाज में फूट डालने का काम करती रही है, जो क्रम आज भी जारी है. नेता प्रतिपक्ष के इस बयान से कांग्रेस की मानसिकता भी सामने आई है. कांग्रेस ने समाज को तोड़ने का ही काम कियाहै. दमोह जिले में जबेरा विधानसभा क्षेत्रहै, जहां रानी दुर्गावती के शासन काल में कई मंदिर बने.
इनका हवाला देते हुए मंत्री लोधी ने कहा कि जबेरा विधानसभा क्षेत्र के सिंगौरगढ़ में रानी दुर्गावती के शासनकाल के मंदिर बने हैं, जहां रानी मां दुर्गा की पूजा अर्चना करती थी. शंकरशाह और रघुनाथ शाह वो उदाहरण हैं जिन्हें तोप से इसलिए उड़ाया गया, क्योंकि उनके लिखे गीतों में शौर्य, पराक्रम और वीर रस छुपा हुआ होता था. कांग्रेस की सोच समाज का विभाजन करने की रही है और अब भी है.
दरअसल पिछले दिनों छिंदवाड़ा में आयोजित एक कार्यक्रम में नेता प्रतिपक्ष सिंघार ने कहा था कि आदिवासी हिंदू नहीं है. इसके बाद से भाजपा की ओर से लगातार तीखी प्रतिक्रिया दी रही जा है. Union Minister दुर्गादास उइके ने नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के बयान की निंदा करते हुए कहा था कि उनका बयान तथ्यों औरप्रमाणों से रहित तथा अज्ञानता पर आधारित है. वास्तव में जनजातीय समाज हिंदू धर्म में रचा-बसा है. जनजातीय समाज के लोग भगवान महादेव के वंशज, पूजक और आराधक रहे हैं. अधिकांश गोंड राजाओं के किलों में मां काली और भगवान महादेव के मंदिर आज भी मिलते हैं. भगवान राम ने जनजातीय समाज की माता शबरी के झूठे बेर खाकर उन्हें सम्मानित किया था, तो महाभारत काल में कुंती पुत्र भीम ने जनजातीय समाज की बहन हिडिंबा से विवाह किया.
उन्होंने आगे कहा कि इसी तरह भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय महामंत्री व सांसद गजेंद्र पटेल का कहना है कि भारत के संविधान में आदिवासी समाज को हिंदू समाज का अभिन्न अंग माना गया है. आदिवासी समाज पेड़, नदी, जल, पहाड़ों को पूजने के साथ-साथ हिंदू समाज के सभी त्योहारों दशहरा, दीपावली, होली, रक्षाबंधन आदि को मनाता है. आदिवासी समाज हिंदू समाज का अभिन्न अंग है. नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार भ्रम फैलाने के साथ आदिवासी समाज को बरगलाने का काम कर रहे हैं, लेकिन आदिवासी समाज कांग्रेस को अच्छी तरह से जानता है.
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एसएनपी/एएस