जापान के इवाते प्रांत के उप-राज्यपाल और जेआईसीए प्रतिनिधिमंडल ने सीएम भूपेंद्र पटेल से मुलाकात की

गांधीनगर, 5 सितंबर . जापान के इवाते प्रान्त के उप-राज्यपाल युताका सासाकी जून के नेतृत्व में जेआईसीए प्रतिनिधिमंडल ने गांधीनगर में Chief Minister भूपेंद्र पटेल से मुलाकात की. यह प्रतिनिधिमंडल New Delhi में आयोजित सेमीकॉन इंडिया-2025 में भाग लेने के लिए भारत आया है. इस दौरान, उन्होंने राज्य में कार्यरत जापानी सेमीकंडक्टर उद्योगों का दौरा किया.

प्रतिनिधिमंडल ने धोलेरा एसआईआर में संचालित सेमीकंडक्टर उद्योगों का दौरा किया और गांधीनगर में Chief Minister भूपेंद्र पटेल से मुलाकात की और State government द्वारा जापानी उद्योगों को दिए जा रहे सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया. प्रतिनिधिमंडल राज्य में सेमीकंडक्टर उद्योगों के तेजी से बढ़ते दायरे से भी प्रभावित हुआ.

Chief Minister भूपेंद्र पटेल ने बैठक में चर्चा के दौरान कहा कि Prime Minister Narendra Modi के नेतृत्व में भारत और जापान के बीच द्विपक्षीय संबंध राज्य में सेमीकंडक्टर क्षेत्र में जापानी उद्योगों को और बढ़ावा देंगे.

सीएम भूपेंद्र पटेल ने विशेष रूप से उल्लेख किया कि गुजरात पहले ही चार सेमीकंडक्टर संयंत्रों वाला राज्य है और सेमीकंडक्टर हब बनने की प्रतिबद्धता के साथ आगे बढ़ रहा है.

इस संदर्भ में उन्होंने राज्य में सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम को और अधिक मजबूत बनाने के लिए तकनीकी सहायता, कौशल विकास के लिए व्यावहारिक ज्ञान, उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों के लिए अनुसंधान और विकास जैसे क्षेत्रों में जापान के इवाते प्रान्त के साथ दीर्घकालिक सहयोग के लिए अपनी इच्छा व्यक्त की.

बैठक में Chief Minister के अतिरिक्त मुख्य सचिव एमके. दास, वित्त विभाग के प्रधान सचिव टी. नटराजन, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी सचिव पी. भारती और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे.

वहीं, सीएम भूपेंद्र पटेल ने social media प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ”जापान के इवाते प्रांत के उपराज्यपाल जुन सासाकी और गांधीनगर में जेआईसीए प्रतिनिधिमंडल के साथ एक उपयोगी बैठक हुई. हमने गुजरात के सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम को मजबूत करने के लिए तकनीकी सहायता और कौशल विकास में सहयोग की संभावनाओं पर विचार-विमर्श किया. Prime Minister Narendra Modi के नेतृत्व में, भारत-जापान के मधुर संबंध गुजरात के फलते-फूलते सेमीकंडक्टर क्षेत्र में जापानी निवेश को और बढ़ाएंगे. गुजरात में पहले ही चार सेमीकंडक्टर संयंत्र हैं और यह प्रदेश भारत में सेमीकंडक्टर क्षेत्र में एक प्रमुख केंद्र के रूप में उभरने के लिए तैयार है.”

एसके/एएस