Patna, 4 सितंबर . सत्तारूढ़ गठबंधन एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) की तरफ से बुलाए गए ‘बिहार बंद’ का प्रदेशभर में असर देखा गया है. Thursday को Patna समेत कई शहरों में सुबह से ही एनडीए कार्यकर्ता सड़कों पर उतरे और विरोध प्रदर्शन किया. यह बंद कांग्रेस-राजद के मंच से Prime Minister Narendra Modi के खिलाफ दिए गए आपत्तिजनक बयान के विरोध में बुलाया गया है.
Patna के अनीसाबाद, डाकबंगला चौराहा और अन्य मुख्य सड़कों पर एनडीए कार्यकर्ताओं ने जुलूस निकाला. कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी व तेजस्वी यादव के खिलाफ नारेबाजी की. पोस्टर-बैनरों के माध्यम से विरोध दर्ज कराया गया. प्रदर्शनकारियों ने कहा, “हम सड़कों पर इसलिए बैठे हैं, क्योंकि दरभंगा में राहुल गांधी की रैली के दौरान Prime Minister Narendra Modi के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की गई थी.”
समाचार एजेंसी से बातचीत में भाजपा कार्यकर्ता ने कहा, “वोटर अधिकार यात्रा के दौरान राहुल गांधी के मंच से Prime Minister Narendra Modi के खिलाफ जिस तरह की अभद्र और गंदी टिप्पणी की गई, वह पूरी तरह अनुचित थी.” उन्होंने प्रदर्शन को लेकर कहा कि हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि कोई बाधा उत्पन्न न हो और किसी को कोई असुविधा न हो.
इसी तरह भागलपुर में Thursday सुबह बाजार बंद नजर आए. एनडीए कार्यकर्ता भागलपुर में ‘बिहार बंद’ के दौरान सड़कों पर उतरे. इस दौरान, भामाशाह और खलीफाबाग चौक पर आवाजाही प्रतिबंधित रही. एक महिला कार्यकर्ता ने कहा, “यह Prime Minister के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी के विरोध में प्रदर्शन है. महिलाएं और अन्य लोग बेहद आक्रोशित हैं.
मोतिहारी में महिला ने प्रदर्शन का नेतृत्व किया. पार्टी के झंडा थामे और नारेबाजी करते हुए सड़क पर मार्च निकाला गया. इस दौरान, मोतिहारी में बाजार बंद नजर आए. इसी तरह, सासारास में एनडीए कार्यकर्ताओं ने Thursday सुबह ही सड़कों को जाम कर दिया. इस दौरान, सासाराम पोस्ट ऑफिस चौक पर जाम लग गया था.
जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने कहा कि जिस तरह वोटर अधिकार यात्रा के दौरान दरभंगा में महागठबंधन के लोगों ने Prime Minister Narendra Modi को अपमानित करने का काम किया. उनके खिलाफ गाली-गलौच करने का काम किया गया. महागठबंधन के लोगों ने भारतीय परंपरा को कलंकित किया है. इसलिए एनडीए के घटक दलों के महिला मोर्चा ने फैसला लिया कि विपक्ष के नेताओं की टिप्पणी का सड़क पर उतरकर विरोध करेंगे.
उमेश कुशवाहा ने कहा कि हैरानी की बात है कि महागठबंधन वाले लोग माफी भी मांगने को तैयार नहीं है. उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा, “विपक्ष क्या अराजकता फैलाना चाहता है? उनके मन में क्या है? क्या विपक्ष के लोग जंगलराज को वापस लाना चाहते हैं.”
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डीसीएच/