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हिसार, 2 सितंबर . जासूसी के आरोप में जेल में बंद यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा की डिफॉल्ट बेल याचिका पर Tuesday को हिसार की अदालत अपना फैसला सुनाएगी. Monday को हुई सुनवाई में हिसार Police ने कोर्ट के सामने अपना पक्ष रखते हुए जमानत का विरोध किया था.
हिसार Police ने अदालत को बताया कि ज्योति मल्होत्रा के खिलाफ पहले से ही दो अन्य मामले दर्ज हैं. इसी आधार पर Police ने उनकी जमानत याचिका का विरोध करते हुए कहा कि आरोपी को बेल पर रिहा करना जांच और न्यायिक प्रक्रिया के लिए ठीक नहीं होगा.
अदालत ने मामले की गंभीरता को देखते हुए ज्योति मल्होत्रा को व्यक्तिगत तौर पर कोर्ट में पेश करने का आदेश दिया है.
इससे पहले, यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा के खिलाफ Haryana Police की विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने हिसार की अदालत में 2,500 पन्ने की चार्जशीट दाखिल की थी. ज्योति पर Pakistan के लिए जासूसी करने का आरोप है. चार्जशीट में दावा किया गया है कि उसके खिलाफ पुख्ता सबूत मिले हैं.
Police ने 16 मई को जासूसी के शक में ज्योति को गिरफ्तार किया था. Police की मानें तो वह लंबे समय से Pakistanी एजेंटों को गोपनीय जानकारी दे रही थी और उनके साथ लगातार संपर्क में थी.
Police का कहना है कि शुरुआत में एक सामान्य यूट्यूबर की तरह ज्योति ने व्लॉग और वीडियो बनाए. लेकिन, Pakistan यात्रा के दौरान खुफिया एजेंटों से वह मिली. ज्योति के फोन की जांच में Pakistanी उच्चायोग के अधिकारी एहसान-उर-रहीम दानिश अली के साथ उनकी बातचीत के सबूत मिले. चार्जशीट में उनके आईएसआई एजेंटों शाकिर, हसन अली और नासिर ढिल्लन से भी संबंधों का जिक्र है.
Police के अनुसार, ज्योति ने 2023 में दिल्ली में Pakistanी उच्चायोग का दौरा किया था, जहां उसकी मुलाकात दानिश से हुई. उस पर India की संवेदनशील जानकारी साझा करने और Pakistan को social media पर सकारात्मक दिखाने का आरोप है.
दानिश को India Government ने 13 मई को अवांछित व्यक्ति घोषित कर देश से निकाल दिया था.
जांच में पता चला कि ज्योति का एक Pakistanी खुफिया एजेंट के साथ नजदीकी रिश्ता था और वह उसके साथ इंडोनेशिया के बाली भी गई थीं.
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पीएसके/एबीएम