डीबीटी योजना की शुरुआत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली ‘टीसीए कल्याणी’ ने महालेखा नियंत्रक का पदभार संभाला

New Delhi, 1 सितंबर . इंडियन सिविल अकाउंट्स सर्विस (आईसीएएस) की 1991 बैच की अधिकारी ‘टीसीए कल्याणी’ ने Monday को देश के नए महालेखा नियंत्रक (सीजीए) का पदभार ग्रहण किया.

वित्त मंत्रालय के व्यय विभाग में इस प्रतिष्ठित पद को संभालने वाली वह 29वीं अधिकारी हैं.

अपने पूरे कार्यकाल में कल्याणी ने रक्षा, दूरसंचार, उर्वरक, वित्त, सामाजिक न्याय और अधिकारिता, सूचना एवं प्रसारण और गृह मंत्रालय सहित प्रमुख मंत्रालयों में कार्य किया.

वित्त मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “कल्याणी ने टेक्नोलॉजी को अपनाकर सार्वजनिक सेवा वितरण में पारदर्शिता और दक्षता को लगातार बढ़ावा दिया है. India Government से उर्वरक खरीद सहायता के लिए किसानों को प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (डीबीटी) योजना शुरू करने में उनका नेतृत्व महत्वपूर्ण रहा.”

उनका योगदान Government से परे भी है. महानगर टेलीफोन निगम लिमिटेड (एमटीएनएल) में, उन्होंने ऑनलाइन बिल पेमेंट और पेमेंट कियोस्क के माध्यम से डिजिटल परिवर्तन का नेतृत्व किया. उन्होंने फर्टिलाइजर कार्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड के पुनरुद्धार में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.

आधिकारिक बयान के अनुसार, सीजीए का पदभार ग्रहण करने से पहले, कल्याणी गृह मंत्रालय में प्रधान मुख्य लेखा नियंत्रक (पीआर. सीसीए) के रूप में कार्यरत थीं, जहां उन्होंने Government के सबसे बड़े मंत्रालयों में से एक के बजट और लेखा-जोखा का निरीक्षण किया.

कल्याणी दिल्ली विश्वविद्यालय की स्वर्ण पदक विजेता हैं और उन्होंने लेडी श्री राम कॉलेज से राजनीति विज्ञान में स्नातक की उपाधि प्राप्त की है.

उन्होंने जवाहर लाल विश्वविद्यालय से अंतरराष्ट्रीय राजनीति में स्नातकोत्तर और पश्चिमी यूरोपीय अध्ययन में एमफिल भी किया है. 34 वर्षों से अधिक की विशिष्ट सेवा के साथ, वे सार्वजनिक वित्तीय प्रबंधन, लेखा, शासन और प्रशासन में व्यापक विशेषज्ञता रखती हैं.

आधिकारिक बयान में कहा गया है, “अपने समृद्ध अनुभव और सिद्ध नेतृत्व के साथ, कल्याणी से देश की सार्वजनिक वित्तीय प्रबंधन प्रणालियों को मजबूत करने और Governmentी लेखा-जोखा में इनोवेशन और पारदर्शिता को आगे बढ़ाने की उम्मीद है.”

एसकेटी/