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बीजिंग, 30 अगस्त . Prime Minister Narendra Modi के चीन दौरे को लेकर बीजिंग में उत्साह का माहौल है. पीएम मोदी करीब सात साल बाद चीन पहुंचने वाले हैं और इस ऐतिहासिक दौरे को लेकर न केवल भारतीय समुदाय, बल्कि स्थानीय चीनी नागरिकों और कारोबारियों में भी बड़ी उम्मीदें हैं.
इस दौरे को दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मज़बूत करने की दिशा में अहम कदम माना जा रहा है, खासकर ऐसे समय में जब वैश्विक स्तर पर भू-Political हालात लगातार जटिल होते जा रहे हैं.
पूर्व चीनी राजनयिक हीन ने से कहा, “हम एक स्थानीय चीनी नागरिक के रूप में Prime Minister मोदी के दौरे की लंबे समय से प्रतीक्षा कर रहे थे. लगभग सात वर्षों के बाद उनका यह दौरा चीन और India के संबंधों को एक नई दिशा दे सकता है. आज के जटिल अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य में यह यात्रा एशिया ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए आशा की किरण है.”
उन्होंने आगे कहा, “India और चीन हजारों सालों से पड़ोसी रहे हैं और एक-दूसरे की कई बार मदद की है, खासकर द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान. India ने चीन को कई मूल्यवान सबक भी दिए हैं. चीनी लोगों ने India से, खासकर बौद्ध धर्म के माध्यम से, सीखा है. India ने संगीत, नृत्य, संस्कृति, मूर्तिकला और साहित्य के क्षेत्र में चीन को प्रभावित किया है.”
बीजिंग में एक भारतीय रेस्तरां के मालिक अजीत खान ने इस यात्रा को सांस्कृतिक और ऐतिहासिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण बताया. उन्होंने कहा, “India और चीन दोनों ही प्राचीन सभ्यताएं हैं और पड़ोसी भी. India के एससीओ (शंघाई सहयोग संगठन) का हिस्सा बनने के बाद Prime Minister मोदी का इस शिखर सम्मेलन में शामिल होना एक सशक्त संदेश है कि दोनों देश मिलकर भविष्य की ओर बढ़ना चाहते हैं.”
उन्होंने आगे कहा, “यह दोनों देशों के लिए यह देखने का अच्छा अवसर है कि वे एक-दूसरे के साथ कैसे तालमेल बिठा सकते हैं और दोनों अर्थव्यवस्थाओं पर टैरिफ के प्रभाव को कम करने के लिए एक रूपरेखा कैसे विकसित कर सकते हैं.”
इंडियन फार्मा कंपनी में कार्यरत अमित ने भी इस पहल की सराहना की. उन्होंने कहा, “एससीओ जैसे मंच एशियाई देशों को एकजुट करने का अच्छा प्रयास हैं. रूस, India और चीन जैसे देशों के बीच सहयोग से वैश्विक व्यापार तनाव के बीच संतुलन बन सकता है. इस यात्रा से भारत-चीन व्यापार संबंधों को और मजबूती मिलेगी.”
चीन के कारोबारी वेलिन ने कहा कि India और चीन एशिया के दो बड़े आर्थिक दिग्गज हैं. मैं राजनीति से जुड़ा नहीं हूं, लेकिन एक व्यापारी के रूप में हर कोई India के साथ सहयोग को लेकर उत्साहित है. Prime Minister मोदी की मौजूदगी द्विपक्षीय और वैश्विक सहयोग को दोबारा गति देने की शुरुआत है.
सीजीटीएन (चीन की राष्ट्रीय समाचार एजेंसी) के संपादक अंकित प्रसाद ने कहा, “इस दौरे का सबसे बड़ा संकेत यह है कि India और चीन के बीच सीमा विवाद सुलझाने के लिए कुछ तंत्र स्थापित हुए हैं. Prime Minister मोदी का दौरा इस बात की पुष्टि करता है कि सीमा पर कुछ प्रगति हुई है. India ने जो कड़ा रुख अपनाया था, उस पर वह अब भी कायम है.”
अंकित ने आगे कहा, “एससीओ शिखर सम्मेलन में India की भागीदारी इस दौरे का सबसे महत्वपूर्ण पहलू होगी. एक तरफ यह संगठन की दिशा तय करेगा और दूसरी तरफ भारत-चीन रिश्तों को नई दिशा देगा.”
बीजिंग में एक व्यवसायी जयंता नंदी ने कहा, “यह दौरा प्रतीकात्मक रूप से सहयोग और साझेदारी के एक नए युग की शुरुआत है. डिजिटल तकनीक, हरित ऊर्जा और दोनों देशों की मित्रता में सुधार की हमें पूरी उम्मीद है.”
वहीं, बीजिंग में रह रहे भारतीय प्रवासी ने कहा, “सबसे पहले तो मुझे बहुत खुशी है कि हमारे Prime Minister यहां आ रहे हैं. इस यात्रा से व्यापार तो बढ़ेगा ही, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि India और चीन के लोगों के बीच रिश्ते और मधुर होंगे.”
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वीकेयू/डीएससी