मॉस्को, 27 अगस्त . रूसी President व्लादिमीर पुतिन चीन में होने वाले शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे. क्रेमलिन ने Wednesday को पुष्टि की कि President कार्यालय वर्तमान में पुतिन की द्विपक्षीय बैठकों के कार्यक्रम को तैयार कर रहा है, जो सम्मेलन के इतर आयोजित होंगी.
जब पुतिन और अज़रबैजान के President इल्हाम अलीयेव के बीच बैठक की संभावना पर सवाल पूछा गया, तो रूसी President के प्रेस सचिव दिमित्री पेस्कोव ने कहा, “हम फिलहाल द्विपक्षीय बैठकों का कार्यक्रम तैयार कर रहे हैं, जिन्हें हमारे चीनी मित्रों द्वारा आयोजित कार्यक्रमों में शामिल किया जाएगा. जैसे ही यह अंतिम रूप लेगा, हम आपको सूचित करेंगे.”
एससीओ शिखर सम्मेलन चीन के तियानजिन शहर में 31 अगस्त से 1 सितंबर तक आयोजित होगा. इसमें पुतिन समेत संगठन के 20 से अधिक सदस्य देशों के नेता शामिल होंगे. एससीओ की स्थापना 15 जून 2001 को शंघाई में हुई थी.
एससीओ के सदस्य देश हैं: चीन, रूस, भारत, कजाखस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान, Pakistan, उज्बेकिस्तान, ईरान और बेलारूस. संगठन के दो पर्यवेक्षक देश अफगानिस्तान और मंगोलिया हैं, जबकि 14 संवाद साझेदारों में तुर्की, कुवैत, अज़रबैजान, आर्मेनिया, कंबोडिया, नेपाल, श्रीलंका, सऊदी अरब, मिस्र, कतर, बहरीन, मालदीव, म्यांमार और संयुक्त अरब अमीरात शामिल हैं.
Prime Minister Narendra Modi भी चीनी President शी चिनफिंग के निमंत्रण पर तियानजिन में एससीओ शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे. वे इस सप्ताह जापान की दो दिवसीय यात्रा पूरी करने के बाद चीन जाएंगे.
विदेश मंत्रालय (एमईए) ने बताया कि शिखर सम्मेलन के दौरान Prime Minister मोदी कई नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें करेंगे. India 2017 से एससीओ का सदस्य है और 2022-23 में संगठन की परिषद के राष्ट्राध्यक्षों की अध्यक्षता कर चुका है.
Prime Minister मोदी की चीन और जापान यात्रा को लेकर Tuesday को आयोजित विशेष प्रेस ब्रीफिंग में विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि Prime Minister शिखर सम्मेलन के इतर कई द्विपक्षीय बैठकें करेंगे और उन बैठकों के कार्यक्रम को अंतिम रूप दिया जा रहा है.
जब मोदी और पुतिन की संभावित मुलाकात के बारे में पूछा गया तो मिस्री ने कहा, “जैसा कि हमेशा ऐसे आयोजनों में होता है, कई द्विपक्षीय बैठकें होती हैं. हम अभी उन बैठकों को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया में हैं. जैसे ही तय होगा, आपको अपडेट किया जाएगा और उन बैठकों की जानकारी साझा की जाएगी. फिलहाल बैठक से पहले यह कहना जल्दबाजी होगी कि किन विषयों पर चर्चा होगी और किन पर नहीं.”
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