अमेरिकी टैरिफ पर बोले जफर इस्लाम, आत्मनिर्भर भारत की दिशा में काम कर रही सरकार

New Delhi, 27 अगस्‍त . पूर्व राज्यसभा सदस्य और भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्‍ता डॉ सैयद जफर इस्लाम ने अमेरिका द्वारा भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्‍होंने कहा कि देश की अर्थव्‍यवस्‍था म‍जबूत हाथों में है. भाजपा सरकार आत्मनिर्भर भारत की दिशा में काम कर रही है.

डॉ सैयद जफर इस्लाम ने से खास बातचीत में कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था आज बहुत मजबूत स्थिति में है. यह देशहित में निर्णय लेने वाली सरकार के हाथों में है, जो कभी देश के हितों से समझौता नहीं करती. पिछले 11 वर्षों में जो संरचनात्मक सुधार और नीतिगत पहलों के माध्यम से देश की अर्थव्यवस्था को आकार दिया गया है और इसी ने भारत को आर्थिक रूप से सशक्त बनाया है.

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि आज भारत की अर्थव्यवस्था इतनी मजबूत है कि वह किसी भी प्रकार के आर्थिक झटके को सहन कर सकती है. हालांकि, यह संभव है कि कुछ क्षेत्रों को अल्पकालिक कठिनाइयों का सामना करना पड़े, लेकिन मुझे विश्वास है कि Prime Minister Narendra Modi की सरकार उन सेक्टरों के लिए ऐसे निर्णय लेगी, जिससे उन्हें थोड़ी राहत और समर्थन मिल सके.

डॉ सैयद जफर इस्लाम ने कहा कि हमारी अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से उपभोग आधारित है. हमारे जीडीपी में 57 प्रतिशत योगदान घरेलू उपभोग का है. Prime Minister ने संकेत दिया है कि जीएसटी में तार्किक बदलाव किए जाएंगे. जब जीएसटी सरल और व्यावहारिक बनेगा तो मांग में वृद्धि होगी. मांग बढ़ेगी तो उत्पादन क्षमता भी बढ़ेगी, नए निवेश होंगे और प्राइवेट सेक्टर की भागीदारी भी बढ़ेगी.

उन्‍होंने कहा कि अगर टैरिफ (शुल्क) को 25 से 50 प्रतिशत तक बढ़ाया गया तो अधिकतम हमें 40 बेसिस पॉइंट्स का प्रभाव दिख सकता है, लेकिन आज जब देश की विकास दर 6.30 प्रतिशत के आसपास है तो यह प्रभाव अधिक चिंता का विषय नहीं है. भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि अगर ब्याज दरों में कटौती समेत सरकार द्वारा किए गए प्रयासों का असर आने वाले 6 महीनों में दिखाई देने लगा तो और सकारात्मक परिणाम देखने को मिल सकते हैं.

जफर इस्लाम ने कहा कि सरकार आत्मनिर्भर भारत की दिशा में काम कर रही है, जिसका फोकस घरेलू उत्पादन, उपभोग और निवेश पर है. हम अगर खुद पर निर्भर हैं और अपनी उत्पादन क्षमता को विकसित करते हैं तो इस तरह के वैश्विक या घरेलू झटकों से हमें लाभ ही होगा. उन्होंने कहा, “जहां तक छोटे और मध्यम उद्योगों की बात है, उनके लिए सरकार द्वारा अल्पकालिक राहत की जरूरत है. मुझे विश्वास है कि सरकार इस दिशा में जरूरी कदम उठाएगी. इससे देश की अर्थव्यवस्था को किसी प्रकार का नुकसान नहीं होगा.”

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