New Delhi, 26 अगस्त . क्रिकेट के इतिहास में एक से बढ़कर एक बल्लेबाज हुए हैं, जिन्होंने अपने कौशल और कलात्मकता से इस खेल को समृद्ध किया है. लेकिन, जो प्रभाव क्रिकेट पर सर डॉन ब्रैडमैन ने डाला, वो दूसरा कोई नहीं डाल पाया. यही वजह है कि ब्रैडमैन को क्रिकेट इतिहास का सर्वकालिक महान बल्लेबाज माना जाता है.
ब्रैडमैन का जन्म 27 अगस्त 1908 को कोटामुंद्रा, न्यू साउथ वेल्स, ऑस्ट्रेलिया में हुआ था.
20 साल की उम्र में ऑस्ट्रेलिया के लिए 1928 में उन्होंने डेब्यू किया था. यह वह दौर था जब क्रिकेट अपने विकास के शुरुआती चरण में था. ब्रैडमैन ने अपनी बेहतरीन, कलात्मक बल्लेबाजी से न सिर्फ इस खेल के विकास में बड़ी और महत्वपूर्ण भूमिका निभाई बल्कि खुद को इतिहास के सर्वाधिक प्रभावशाली और महानतम बल्लेबाज के रूप में स्थापित किया.
1928 से 1948 के बीच ब्रैडमैन ने 52 टेस्ट खेले. 99.94 की औसत से 29 शतक और 13 अर्धशतक लगाते हुए उन्होंने 6,996 रन बनाए. ब्रैडमैन ने 12 दोहरा शतक लगाया था. उनके नाम दो तिहरे शतक भी हैं. टेस्ट में उनका सर्वाधिक स्कोर 334 है.
ब्रैडमैन को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से विदा हुए 77 साल हो गए हैं, लेकिन उनके 5 रिकॉर्ड अब तक कोई भी बल्लेबाज नहीं तोड़ पाया है.
टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक दोहरे शतक (12 ) लगाने का रिकॉर्ड ब्रैडमैन के नाम है.
ब्रैडमैन का टेस्ट क्रिकेट में बल्लेबाजी औसत 99.94 है. इससे बेहतर बल्लेबाजी औसत किसी बल्लेबाज का इस फॉर्मेट में नहीं है.
टेस्ट में एक टीम के खिलाफ सर्वाधिक शतक लगाने का रिकॉर्ड ब्रैडमैन के नाम है. इंग्लैंड के खिलाफ 37 टेस्ट में उन्होंने 19 शतक लगाए हैं. भारत के सुनील गावस्कर वेस्टइंडीज के खिलाफ 13 शतक लगाकर दूसरे स्थान पर हैं.
एक टेस्ट सीरीज में बतौर कप्तान सर्वाधिक रन बनाने का रिकॉर्ड ब्रैडमैन के नाम है. 1936-37 में इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की एशेज सीरीज में उन्होंने 810 रन बनाए थे. कोई दूसरा कप्तान एक टेस्ट सीरीज में 800 का आंकड़ा नहीं छू सका है.
ब्रैडमैन विस्फोटक बल्लेबाजी भी करते थे. एक दिन में 309 रन बनाने का उनका रिकॉर्ड है. 1930 में इंग्लैंड के खिलाफ उन्होंने यह उपलब्धि हासिल की थी. कोई दूसरा बल्लेबाज एक दिन में 300 रन बना सका है.
सचिन तेंदुलकर के आदर्श रहे इस महानतम बल्लेबाज का निधन 92 साल की उम्र में 2001 में हो गया था.
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पीएके/एएस