भारत-जापान का रिश्ता ‘मेड फॉर ईच अदर’ वाला : प्रधानमंत्री मोदी

Ahmedabad, 26 अगस्त . Prime Minister Narendra Modi ने Tuesday को Gujarat में मारुति सुजुकी ई-विटारा इलेक्ट्रिक एसयूवी और हाइब्रिड बैटरी यूनिट का उद्घाटन किया. इस दौरान उन्होंने India और जापान के मजबूत संबंधों का जिक्र करते हुए कहा कि दोनों देशों के रिश्ते ‘मेड फॉर ईच अदर’ वाले हैं. भारत-जापान के बीच ‘पीपल टू पीपल’ कनेक्ट बढ़ा है. स्किल और ह्यूमन रिसोर्स से जुड़ी एक-दूसरे की जरूरतों को भी हम पूरा कर पा रहे हैं.

आने वाले वर्षों में सभी प्रमुख क्षेत्रों में निरंतर प्रगति की आवश्यकता पर जोर देते हुए Prime Minister ने विश्वास व्यक्त किया कि आज के प्रयास 2047 तक एक विकसित India की नींव मजबूत करेंगे. उन्होंने यह विश्वास व्यक्त करते हुए समापन किया कि जापान इस लक्ष्य को प्राप्त करने में एक विश्वसनीय भागीदार बना रहेगा. Prime Minister ने घोषणा की कि वह अगले हफ्ते जापान जाएंगे. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि India और जापान के बीच संबंध सिर्फ कूटनीतिक संबंधों से कहीं आगे तक फैले हैं, यह संस्कृति और आपसी विश्वास पर आधारित है. दोनों देश एक-दूसरे के विकास में अपनी प्रगति देखते हैं. मारुति सुजुकी के साथ शुरू हुआ सफर अब बुलेट ट्रेन की गति तक पहुंच गया है.

उन्होंने कहा कि भारत-जापान साझेदारी की औद्योगिक क्षमता को साकार करने की प्रमुख पहल Gujarat में शुरू हुई थी. अतीत को याद करते हुए Prime Minister ने कहा कि 20 साल पहले जब वाइब्रेंट Gujarat शिखर सम्मेलन शुरू हुआ था, तब जापान एक प्रमुख साझेदार था. उद्योग से जुड़े नियम और कानून जापानी भाषा में छपवाए गए, ताकि उन्हें समझना आसान हो.

उन्होंने गोल्फ के प्रति जापानियों के लगाव की सराहना की और बताया कि उनके हितों को ध्यान में रखते हुए 7-8 नए गोल्फ कोर्स विकसित किए गए हैं. पीएम मोदी ने आगे बताया कि India के कॉलेज और विश्वविद्यालय अब जापानी भाषा की शिक्षा को प्राथमिकता दे रहे हैं.

Prime Minister ने कहा, “India के निरंतर प्रयास India और जापान के लोगों के बीच आपसी संपर्क को मजबूत कर रहे हैं. दोनों देश अब कौशल विकास और मानव संसाधन के क्षेत्र में एक-दूसरे की जरूरतों को पूरा करने में सक्षम हैं.”

उन्होंने मारुति सुजुकी जैसी कंपनियों से ऐसी पहलों में सक्रिय रूप से भाग लेने और युवा आदान-प्रदान कार्यक्रमों को बढ़ावा देने का आग्रह किया.

ओसामु सुजुकी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए Prime Minister मोदी ने कहा कि India Government को उन्हें पद्म विभूषण से सम्मानित करने का गौरव प्राप्त हुआ था. उन्हें मारुति सुजुकी इंडिया के लिए ओसामु सुजुकी के विजन के व्यापक विस्तार को देखकर प्रसन्नता हो रही है.

उन्होंने बताया कि सुजुकी जापान India में निर्माण कर रही है और यहां उत्पादित वाहनों का निर्यात जापान को किया जा रहा है. यह न सिर्फ भारत-जापान संबंधों की मजबूती को दर्शाता है, बल्कि वैश्विक कंपनियों के India में बढ़ते विश्वास को भी दर्शाता है. मारुति सुजुकी जैसी कंपनियां प्रभावी रूप से ‘मेक इन इंडिया’ की ब्रांड एंबेसडर बन गई हैं.

यह उल्लेख करते हुए कि मारुति सुजुकी लगातार 4 वर्षों से India की सबसे बड़ी कार निर्यातक रही है, Prime Minister ने घोषणा की कि आज से इलेक्ट्रिक वाहनों का निर्यात भी उसी पैमाने पर शुरू होगा. उन्होंने कहा कि दुनिया भर के दर्जनों देशों में चलने वाले इलेक्ट्रिक वाहनों पर गर्व से ‘मेड इन इंडिया’ का लेबल लगा होगा.

पीएम मोदी ने जोर देकर कहा, “India के पास डेमोक्रेसी की मजबूती और डेमोग्राफी का लाभ है. India में कुशल कार्यबल का एक विशाल भंडार भी है, जो प्रत्येक भागीदार के लिए जीत की स्थिति पैदा करता है.”

India की सफलता की कहानी के बीज 12-13 साल पहले बोए गए थे. यह याद करते हुए Prime Minister मोदी ने कहा कि 2012 में उनके Chief Minister कार्यकाल के दौरान हंसलपुर में मारुति सुजुकी को जमीन आवंटित की गई थी. उन्होंने जोर देकर कहा कि उस समय भी, आत्मनिर्भर India और मेक इन इंडिया का विजन था. उन्होंने कहा कि वे शुरुआती प्रयास अब देश के वर्तमान संकल्पों को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं.

Prime Minister Narendra Modi ने देशवासियों से अपील करते हुए कहा कि आत्मनिर्भर India के अभियान को सभी मिलकर आगे बढ़ाएं और वोकल फॉर लोकल बनें. उन्होंने कहा कि स्वदेशी चीजें ही जीवन मंत्र बननी चाहिए. गर्व से स्वदेशी चीजों की तरफ चल पड़ो.

उन्होंने कहा, “मेरी स्वदेशी की व्याख्या बहुत साधारण है. पैसा किसका लगता है, उससे मुझे कोई लेना-देना नहीं है. चाहे वह डॉलर हो, पाउंड हो या करेंसी काली हो या गोरी, इससे लेना-देना नहीं है, लेकिन जो प्रोडक्शन है, उसमें पसीना मेरे देशवासियों का होगा. जो प्रोडक्शन होगा, उसमें महक मेरे देश की मिट्टी की होगी. इस भाव के साथ मेरे साथ चलें और 2047 में ऐसा हिंदुस्तान बनाएं कि आने वाली पीढ़ियां आपके त्याग का गर्व करेंगी. आपके योगदान का गर्व करेंगी.”

Prime Minister ने सबसे आखिरी में कहा, “आत्मनिर्भर India के मंत्र और स्वदेशी के मार्ग के लिए आज देशवासियों को न्योता देता हूं कि आइए, सभी चल पड़ें और 2047 तक विकसित India बनाकर रहेंगे. दुनिया की भलाई में India का योगदान बढ़ाते रहेंगे.”

डीसीएच/एसके