Bhopal , 25 अगस्त . Madhya Pradesh कांग्रेस में दो वरिष्ठ नेताओं के बीच पिछले दिनों कुछ ऐसा हुआ कि सियासी हलचल मच गई. दिग्विजय सिंह और कमलनाथ की बयानबाजी सुर्खियों में है. इस बीच भारतीय जनता पार्टी के विधायक रामेश्वर शर्मा ने पिछली कांग्रेस सरकार पर जनता के हितों को बेचने का आरोप लगाया है.
दरअसल, बीते दिनों पूर्व Chief Minister दिग्विजय सिंह ने एक मीडिया हाउस से बातचीत में कांग्रेस की सरकार गिरने का जिक्र किया था. उन्होंने कहा कि कमलनाथ, सिंधिया और एक बड़े उद्योगपति की मौजूदगी में चर्चा हुई थी. वहीं, कमलनाथ ने दिग्विजय सिंह के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा के अलावा ज्योतिरादित्य सिंधिया को लगता था कि सरकार दिग्विजय सिंह चला रहे हैं. इसी नाराजगी में उन्होंने कांग्रेस के विधायक तोड़े और हमारी सरकार गिराई.
भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने से कहा, “कांग्रेस नेता एक दूसरे को गाली दें या फिर कुछ भी कहें, इससे हमारा कोई लेना-देना नहीं है. लेकिन दिग्विजय सिंह और कमलनाथ की सरकार उस समय कॉरपोरेट के हाथों की खिलौना बन गई थी. Madhya Pradesh की जनता के हितों को बेचा जा रहा था.”
उन्होंने कहा, “कांग्रेस ने Madhya Pradesh की जनता से जो वादे किए थे, वो उन वादों से मुकर रही थी. यही कारण है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि कांग्रेस के वादों को पूरा करें, नहीं तो मैं कांग्रेस को छोड़ दूंगा और सड़कों पर आ जाऊंगा. उस वक्त कमलनाथ और दिग्विजय सिंह ने कहा कि ऐसी गीदड़भभकी देने वाले बहुत देखे हैं. सड़कों पर आना है तो आ जाओ. इसके बाद सिंधिया ने कमलनाथ और दिग्विजय सिंह को उनकी औकात दिखा दी और पूरी कांग्रेस को धराशायी कर दिया.”
भाजपा विधायक ने कहा, “जनभावना और जनमुद्दों को लेकर ज्योतिरादित्य सिंधिया सड़कों पर आए और भाजपा को ज्वाइन किया. आज Madhya Pradesh में पीएम मोदी और सीएम मोहन यादव के नेतृत्व में जन आकांक्षाओं को पूर्ण करने वाली सरकार है. पहले की सरकार के बारे में आज के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार पहले ही बोल चुके हैं कि दिग्विजय सिंह और कमलनाथ की सरकार रिमोट से खनिज, शराब, भू और ट्रांसफर माफिया चलाते थे. ये आरोप तत्कालीन मंत्री और आज के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने दिग्विजय सिंह पर लगाए थे. दोनों भाइयों की कुश्ती में कांग्रेस पस्त और धराशायी हो गई.”
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एससीएच/केआर