राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस पर हरदीप सिंह पुरी ने दीं शुभकामनाएं, साझा किया जश्न का वीडियो

New Delhi, 23 अगस्त . केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस पर देशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं. चंद्रयान-3 की सफलता के बाद भारत 23 अगस्त को ‘राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस’ के रूप में मनाता है. Saturday को इस अवसर पर हरदीप सिंह पुरी ने सोशल मीडिया पर पुराना वीडियो साझा किया, जिसमें दो साल पहले चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के बाद उनके दफ्तर में केक काटा गया था.

केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “23 अगस्त का दिन भारत के लिए गर्व का दिन है. इस दिन दो साल पहले हमारे महान वैज्ञानिकों ने ‘चंद्रयान-3’ की चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग कराकर विश्व कीर्तिमान रचा था. इस सफलता के साथ ही भारत चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला चौथा देश और चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर ऐसा प्रयास करने वाला पहला देश बना था. इस अभूतपूर्व उपलब्धि ने प्रमाणित कर दिया था कि 21वीं सदी भारत की है.”

उन्होंने आगे लिखा, “इस सफलता के उपलक्ष्य में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 23 अगस्त को ‘राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस’ के रूप में मनाने का निर्णय लिया था. Saturday को ‘राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस’ पर भारत को अंतरिक्ष महाशक्ति बनाने में जुटे सभी वैज्ञानिकों का आभार, सभी वैज्ञानिकों व देशवासियों को हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं.”

इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने Saturday को राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस पर एक वीडियो संदेश में कहा कि इस वर्ष की थीम, “आर्यभट्ट से गगनयान तक”, भारत के अतीत के आत्मविश्वास और भविष्य के संकल्प, दोनों को दर्शाती है. उन्होंने कहा कि बहुत कम समय में, राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस भारत के युवाओं के लिए उत्साह और आकर्षण का अवसर बन गया है, जो राष्ट्रीय गौरव की बात है. उन्होंने वैज्ञानिकों और युवाओं सहित अंतरिक्ष क्षेत्र से जुड़े सभी व्यक्तियों को अपनी शुभकामनाएं दीं.

प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि भारत वर्तमान में खगोल विज्ञान और खगोल भौतिकी पर अंतर्राष्ट्रीय ओलंपियाड की मेजबानी कर रहा है, जिसमें 60 से अधिक देशों के लगभग 300 युवा प्रतिभागी भाग ले रहे हैं. उन्होंने खुशी जताई कि इस आयोजन में कई भारतीय प्रतिभागियों ने पदक जीते. उन्होंने कहा कि यह ओलंपियाड अंतरिक्ष क्षेत्र में भारत के उभरते वैश्विक नेतृत्व का प्रतीक है. युवाओं में अंतरिक्ष के प्रति रुचि बढ़ाने के लिए, इसरो ने इंडियन स्पेस हैकाथॉन और रोबोटिक्स चैलेंज जैसी पहल शुरू की हैं. उन्होंने इन प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले सभी छात्रों और विजेताओं को बधाई दी.

यह याद करते हुए कि दो साल पहले भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचकर इतिहास रचने वाला पहला देश बना था, प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि भारत अंतरिक्ष में डॉकिंग-अनडॉकिंग क्षमता रखने वाला दुनिया का चौथा देश भी बन गया है.

उन्होंने अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला से हुई मुलाकात का जिक्र किया और कहा कि जब ग्रुप कैप्टन शुक्ला ने उन्हें तिरंगा दिखाया, तो उसे छूने का एहसास शब्दों से परे था. पीएम मोदी ने कहा कि ग्रुप कैप्टन शुक्ला के साथ बातचीत में, उन्होंने नए भारत के युवाओं के असीम साहस और अनंत सपनों को देखा. इन सपनों को आगे बढ़ाने के लिए, प्रधानमंत्री ने घोषणा की कि भारत एक “अंतरिक्ष यात्री पूल” तैयार कर रहा है. अंतरिक्ष दिवस पर, उन्होंने युवा नागरिकों को इस पूल में शामिल होने और भारत की आकांक्षाओं को उड़ान देने में मदद करने के लिए आमंत्रित किया.

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