रांची, 22 अगस्त . Jharkhand के पूर्व Chief Minister और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता चंपई सोरेन ने राज्य में जल्द विशेष मतदाता पुनरीक्षण कराने की मांग की है. विधानसभा में पूरक मानसून सत्र की कार्यवाही में शामिल होने पहुंचे सोरेन ने मीडिया से बातचीत में कहा कि जिस तरह राज्य में जनसांख्यिकीय बदलाव हुआ है, उसके बाद Jharkhand में भी एसआईआर कराना बेहद जरूरी है.
उन्होंने बिहार में एसआईआर का विरोध कर रहे Political दलों की मंशा पर सवाल उठाया. सोरेन ने कहा कि चुनाव आयोग ने कुल 65 लाख वोटर हटाए हैं, जिनमें से करीब 22 लाख ऐसे हैं, जिनकी मौत हो चुकी है. बाकी बचे लोगों में से 7 लाख से ज्यादा लोग एक से ज्यादा जगह पर रजिस्टर्ड वोटर हैं. ऐसे में बाकी बचे 35 लाख लोग कौन हैं? ऐसे लोग सामने क्यों नहीं आते?
पूर्व Chief Minister ने राज्य के गोड्डा में आदिवासी नेता सूर्या हांसदा के मुठभेड़ में मारे जाने पर भी सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि Police ने फर्जी मुठभेड़ में उनकी हत्या की है और Government इस मामले की लीपापोती करना चाहती है.
सोरेन ने कहा कि इस घटना की निष्पक्ष जांच सिर्फ सीबीआई से ही संभव है. चंपई सोरेन ने रांची के नगड़ी में रिम्स-2 मेडिकल कॉलेज प्रोजेक्ट के नाम पर आदिवासियों और मूलवासियों की उपजाऊ जमीन पर कब्जे का आरोप लगाया.
उन्होंने कहा कि Government जो कुछ कर रही है, वह भूमि अधिग्रहण कानून 2013 के नियमों का उल्लंघन है. सोरेन ने सवाल उठाया कि जब राजधानी रांची में कई Governmentी जमीनें खाली पड़ी हैं तो Government नगड़ी की खेती योग्य जमीन पर ही अस्पताल क्यों बनाना चाहती है.
पूर्व Chief Minister ने कहा कि वे विकास परियोजनाओं के खिलाफ नहीं हैं, बल्कि आदिवासी और मूलनिवासी की खेती योग्य जमीन बचाने की लड़ाई जरूर लड़ेंगे. सोरेन ने 24 अगस्त को ‘रिम्स टू’ के लिए चिन्हित जमीन पर हल जोतने का ऐलान किया है.
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एसएनसी/एसके/एएस