आवारा कुत्तों पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला स्वागत योग्य, वैक्सीनेशन का काम और तेज होगा : संजय निरुपम

Mumbai , 22 अगस्त . आवारा कुत्तों को लेकर Supreme court के फैसले का शिवसेना प्रवक्ता संजय निरुपम ने स्वागत किया. उन्होंने कहा कि आवारा कुत्तों के वैक्सीनेशन का काम और तेजी से होगा.

शिवसेना प्रवक्ता संजय निरुपम ने से कहा, “Supreme court का फैसला कुत्ता प्रेमियों और उनकी भावना का सम्मान है, लेकिन सड़कों पर जो आवारा कुत्ते घूमते हैं उससे कई बार लोगों को तकलीफ होती है. यह आवारा कुत्ते बुजुर्ग, बच्चों और महिलाओं पर हमला करते हैं. ऐसे में कुत्ता प्रेमियों से यही गुजारिश है कि Supreme court ने जो आदेश दिया है, उसका सम्मान कीजिए.”

उन्होंने कहा, “Supreme court ने साफ कहा है कि जितने भी आवारा कुत्ते सड़कों पर हैं, उनका वैक्सीनेशन किया जाना चाहिए. नसबंदी का भी ऑर्डर दिया है, ताकी उनकी संख्या ज्यादा न बढ़े. Mumbai में नसबंदी का काम पहले से शुरू है. Supreme court के आदेश के बाद आवारा कुत्तों के वैक्सीनेशन का काम भी तेजी से होना चाहिए. जो कुत्ता प्रेमी Supreme court के इस आदेश को लागू करने का विरोध कर रहे हैं. उनसे हमारा कहना है कि हम आपके और आपकी भावनाओं के विरोध में नहीं, लेकिन आवारा कुत्तों ने सड़कों पर जो अराजकता फैला रखा है उसका समर्थन मत कीजिए. अगर आपको ज्यादा शौक है तो ऐसे कुत्तों को आप घर ले जाकर पालतू बनाकर रख सकते हैं.”

कर्नाटक विधानसभा में उपChief Minister डी.के. शिवकुमार के आरएसएस के गीत गाने पर उन्होंने कहा, “डी.के. शिवकुमार ने जिस तरह विधानसभा में आरएसएस का गीत गाया, वह उनकी सोच और विचारधारा का हिस्सा है. अगर इसका प्रचार-प्रसार किया जाए तो यह सकारात्मक कदम है, क्योंकि आरएसएस समाज में सबके बीच काम करता है. कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों द्वारा इसे अछूत या देशद्रोही संगठन बताना गलत है. आज भाजपा और उसके सहयोगी दल पूरे देश में सत्ता चला रहे हैं और इसके पीछे आरएसएस के विचार ही मूल आधार हैं. विपक्ष को इसे स्वीकार करना चाहिए.”

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के प्रमुख राज ठाकरे और Chief Minister देवेंद्र फडणवीस की मुलाकात पर संजय निरुपम ने कहा, “राज ठाकरे और फड़णवीस के मिलने के दो मायने हैं. पहले से ही बिखरी हुई महाविकास आघाड़ी में उद्धव ठाकरे को मनसे के मुखिया राज ठाकरे से बड़ी उम्मीदें थी. वह मनसे प्रमुख को अपने साथ लेना चाहते थे, लेकिन अब राज ठाकरे उनके साथ ही रहेंगे इसकी गारंटी नहीं दी जा सकती है. राज ठाकरे अगर Mumbai की पार्किंग और ट्रैफिक की समस्याओं पर सोचना शुरू कर रहे हैं तो यह स्वागत योग्य है. कोई भी राजनीतिक पार्टी अगर भावनाओं वालों मुद्दों से हटकर जन समस्याओं के मुद्दों पर ध्यान दे रही है तो यह स्वागत योग्य है.”

वराह जयंती का विपक्ष द्वारा विरोध को लेकर उन्होंने कहा, “जब खास वर्ग पैदा भी नहीं हुआ था, तब भगवान विष्णु का वराह अवतार हुआ था. तो ऐसे में यह नहीं कहा जा सकता कि उस खास वर्ग को परेशान करने के लिए उनके पैदा होने से पहले भगवान विष्णु ने अवतार लिया था. इसमें किसी प्रकार की सांप्रदायिकता ढूंढने के बजाय भगवान विष्णु के जितने भी अवतार हैं, उनका सम्मान किया जाना चाहिए.”

एससीएच/जीकेटी