आपराधिक छवि वालों को संवैधानिक पद से हटाने वाले विधेयक से पारदर्शी व्यवस्था स्थापित होगी : कृष्णा हेगड़े

Mumbai , 20 अगस्‍त . केंद्र Government ने संसद के मानसून सत्र में Wednesday को तीन बिल पेश किए. इसमें से एक संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्तियों की गिरफ्तारी से जुड़ा है. शिवसेना प्रवक्ता कृष्णा हेगड़े ने इस विधेयक की सराहना की. उन्‍होंने कहा कि यह कदम भ्रष्टाचार खत्म करने और पारदर्शी व्यवस्था स्थापित करने में मील का पत्थर साबित होगा.

कृष्णा हेगड़े ने से बातचीत में कहा कि गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में तीन अहम विधेयक पेश किए. एक विधेयक बेहद अहम है, जिसके अनुसार यदि किसी Prime Minister, Chief Minister या मंत्री को कोर्ट से पांच साल से अधिक की सजा मिलती है और वह 30 दिन से ज्यादा जेल में रहता है, तो 31वें दिन उसका पद स्वतः रद्द हो जाएगा. यह कदम भ्रष्टाचार खत्म करने और स्वच्छ के साथ ही पारदर्शी व्यवस्था स्थापित करने में मील का पत्थर साबित होगा.

कृष्णा हेगड़े ने उपPresident पद के चुनाव को लेकर अपनी बात रखी. उन्‍होंने कहा कि सीपी राधाकृष्णन एनडीए के उम्मीदवार हैं और वे भारी बहुमत से उपPresident का चुनाव जीतेंगे. इसमें संदेह नहीं है क्योंकि Lok Sabha और राज्यसभा दोनों में एनडीए के पास पर्याप्त संख्या बल है. राधाकृष्णन की प्रभावशाली छवि के कारण इंडी गठबंधन में टूट-फूट होगी. विपक्षी उम्मीदवार सुदर्शन रेड्डी को पहले कांग्रेस और एनसीपी ने ही नकारा था. सीपी राधाकृष्णन की जीत सुनिश्चित है और उसे बड़ी जीत बनाने के लिए मेहनत हो रही है.

कृष्णा हेगड़े ने कहा कि सुदर्शन रेड्डी, पूर्व जज और गैर-Political व्यक्ति हैं, जब गोवा के लोकायुक्त थे, तब कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस ने उनका विरोध किया था. उस समय कहा गया था कि वे भाजपा और तत्कालीन Chief Minister मनोहर पर्रिकर के करीबी हैं. अब वही पार्टियां उन्हें उपPresident चुनाव में उम्मीदवार बना रही हैं, जबकि पहले नकार चुकी थीं.

उन्होंने कहा कि इससे फर्क नहीं पड़ता क्योंकि एनडीए उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन ओबीसी वर्ग से आते हैं, जिनकी छवि बेहद अच्छी है और 40 वर्षों से वे उत्कृष्ट कार्य कर रहे हैं. उनकी जीत पक्की है.

एएसएच/एबीएम