रांची, 19 अगस्त . झारखंड के पूर्व Chief Minister एवं भाजपा नेता चंपई सोरेन ने Tuesday को भारत में डेमोग्राफी बदलाव पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चिंता को सही बताया और इसे रोकने की बात की.
चंपई सोरेन ने से कहा, “डेमोग्राफी चेंज को लेकर 15 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी लाल किले की प्राचीर से इस पर अपनी चिंता जाहिर की. पीएम मोदी ने बताया कि आदिवासी को बहला फुसला कर उसका सामाजिक व्यवस्था के ढांचे को खत्म किया जा रहा है, जमीन भी हड़पा जा रहा है, जिसके कारण आदिवासियों की मूल जनसंख्या घटती जा रही है और डेमोग्राफी बदलते जा रहा है.”
उन्होंने कहा, “इसे रोकना जरूरी है, जिसके लिए आदिवासियों को जागरूक करना बहुत जरूरी है. बिना आदिवासियों को जगाए, बिना जनआंदोलन किए, इस मुद्दे को कोई नहीं समझेगा. हमारे कई सारे पूर्वजों ने लड़ाई लड़ी है, लेकिन आदिवासियों को अब तक कुछ नहीं मिला. आदिवासियों को उनकी जमीन से विस्थापित किया जा रहा है.”
दरअसल, 79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने भारत के सीमावर्ती इलाकों में बदलती डेमोग्राफी पर गहरी चिंता व्यक्त की थी. उन्होंने इसे रोकने के लिए एक्शन मोड में काम शुरू करने का संकेत भी दिया था.
पीएम मोदी ने सीमावर्ती इलाकों में बदलती डेमोग्राफी से निपटने का संकल्प लेते हुए लाल किले की प्राचीर से कहा था कि हम देश को घुसपैठियों के हवाले नहीं कर सकते हैं. भारत इस खतरे से निपटने के लिए ‘हाई पावर डेमोग्राफी मिशन’ शुरू कर रहा है.
उन्होंने कहा था कि जब सीमावर्ती क्षेत्रों में डेमोग्राफी बदलती है तो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए संकट पैदा होता है. देश की एकता, अखंडता और प्रगति के लिए संकट पैदा होता है. इन हरकतों को देश सहन नहीं करेगा. इसे अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. कोई भी अपना देश घुसपैठियों के हवाले नहीं कर सकता है. यह दुनिया का कोई भी देश नहीं कर सकता है. हम भी भारत को कैसे कर सकते हैं?
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एससीएच/एबीएम