सियोल, 19 अगस्त . दक्षिण कोरिया की रक्षा उद्योग को आने वाले समय में भी मजबूत निर्यात की उम्मीद है. उद्योग से जुड़े अधिकारियों ने Tuesday को कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध और एशिया में बढ़ते तनाव के कारण सुरक्षा और रक्षा क्षमताओं की मांग बढ़ रही है, जिससे इस उद्योग को फायदा हो रहा है.
यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के अंतरराष्ट्रीय प्रयासों के बावजूद यह संभावना जताई जा रही है.
एक प्रमुख दक्षिण कोरियाई रक्षा कंपनी के एक अधिकारी ने योनहाप न्यूज एजेंसी को नाम न छापने की शर्त पर बताया, “मेरे व्यक्तिगत विचार में भले ही युद्धविराम या शांति समझौता हो जाए. मुझे नहीं लगता कि यूरोप में हथियारों का निर्माण कम होगा. हम यूक्रेन या रूस को निर्यात नहीं करते, लेकिन स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहे हैं.”
एक अन्य रक्षा कंपनी के अधिकारी ने कहा कि उनकी कंपनी वैश्विक सुरक्षा परिदृश्य में बदलावों पर भी करीब से नजर रख रही है.
अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर कहा, “हमें यह देखना होगा कि भू-राजनीतिक परिदृश्य कैसे बदल रहा है. व्यवसाय के दृष्टिकोण से हम इन बदलावों पर नजर रखेंगे और नए अवसरों का लाभ उठाएंगे.”
उन्होंने आगे कहा कि उनकी कंपनी प्रमुख यूरोपीय रक्षा कंपनियों के साथ सहयोग की संभावनाएं तलाश रही है.
एक अन्य कंपनी के सूत्र ने कहा कि उन्नत हथियार प्रणालियों की वैश्विक मांग में वृद्धि और भी तेज हो सकती है.
उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि वैश्विक रक्षा बाजार और बड़ा होगा, जो कोरियाई रक्षा उद्योग के लिए एक अवसर प्रदान कर सकता है.”
उन्होंने कहा कि यूक्रेन युद्ध ने देशों को अपनी सुरक्षा बनाए रखने के महत्व को पहचानने के लिए प्रेरित किया है. उन्होंने कहा, “मुझे उम्मीद है कि सरकारें भविष्य के युद्धक्षेत्रों, जैसे मानवरहित और स्वचालित युद्ध, के लिए तैयार होने वाले क्षेत्रों में अनुसंधान और विकास को मजबूत करेंगी.”
हाल के वर्षों में, अमेरिका और चीन के बीच बढ़ती प्रतिद्वंद्विता, साथ ही यूरोप और मध्य पूर्व में सुरक्षा अस्थिरता के कारण दक्षिण कोरिया ने वैश्विक रक्षा बाजार में अपनी उपस्थिति तेजी से बढ़ाई है.
स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट के आंकड़ों के अनुसार, 2020 और 2024 के बीच देश वैश्विक हथियार निर्यात में 10वें स्थान पर रहा.
विशेष रूप से, इस महीने की शुरुआत में दक्षिण कोरिया ने पोलैंड के साथ 6.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर की डील पर हस्ताक्षर किए, जिसमें हुंडई रोटेम कंपनी से के2 टैंकों का दूसरा बैच निर्यात किया जाएगा, जो किसी दक्षिण कोरियाई रक्षा ठेकेदार द्वारा जीता गया अब तक का सबसे बड़ा निर्यात अनुबंध है.
राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव प्रचार के दौरान ली जे म्युंग ने रक्षा निर्यात को देश की अर्थव्यवस्था के लिए एक प्रमुख प्रेरक शक्ति के रूप में बढ़ावा देने का वादा किया था और अपने कार्यकाल में दक्षिण कोरिया को दुनिया की शीर्ष चार रक्षा शक्तियों में से एक बनाने का संकल्प लिया था.
कोरिया डिफेंस इंडस्ट्री एसोसिएशन (केडीआईए) के रक्षा उद्योग प्रोत्साहन प्रभाग के प्रमुख आह्न सांग-नाम ने कहा कि यूक्रेन में संघर्ष कम होने पर भी यूरोप में असुरक्षा की भावना कम होने की संभावना नहीं है.
उन्होंने कहा, “मेरी व्यक्तिगत राय में इससे दक्षिण कोरिया के रक्षा निर्यात पर कोई बड़ा प्रत्यक्ष प्रभाव नहीं पड़ेगा. रूस न केवल यूक्रेन बल्कि पूरे बाल्टिक क्षेत्र के लिए खतरा बना हुआ है और यह धारणा बढ़ रही है कि प्रत्येक देश को अपनी सुरक्षा की जिम्मेदारी खुद लेनी होगी.”
उन्होंने आगे कहा, “हमारे हथियार सिस्टम उन क्षेत्रों के लिए अत्यधिक उपयुक्त हैं, जिन्हें वास्तव में उनकी आवश्यकता है, इसलिए मुझे विश्वास है कि कोरिया के रक्षा निर्यात की गति अभी कुछ समय तक बनी रहेगी.”
आंकड़ों के अनुसार, देश की शीर्ष पांच रक्षा कंपनियों (हनव्हा एयरोस्पेस कंपनी, एलआईजी नेक्स1 कंपनी, कोरिया एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज कंपनी, हनव्हा सिस्टम्स कंपनी और हुंडई रोटेम) का संयुक्त परिचालन लाभ इस साल की पहली छमाही में पिछले साल की तुलना में 161 प्रतिशत बढ़कर 2.34 ट्रिलियन वॉन (1.69 बिलियन अमेरिकी डॉलर) हो गया है, जो 2024 में उनकी वार्षिक आय का 80 प्रतिशत है.
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एफएम/केआर