हॉरर से डर लगता था, लेकिन टीम की मदद से आसान हुआ सफर: प्राजक्ता कोली

Mumbai , 18 अगस्त . कंटेंट क्रिएटर और अभिनेत्री प्राजक्ता कोली हालिया रिलीज साइकोलॉजिकल-हॉरर स्ट्रीमिंग सीरीज ‘अंधेरा’ को लेकर सुर्खियों में हैं. अभिनेत्री का कहना है कि वह हॉरर या पैरानॉर्मल जॉनर से ज्यादा अवगत नहीं थीं, लेकिन उनकी टीम की मदद से सब कुछ मुमकिन हो गया.

प्राजक्ता सीरीज में एक पैरानॉर्मल इन्वेस्टिगेटर की भूमिका निभा रही हैं. अभिनेत्री ने हाल ही में से बातचीत में बताया कि वह हॉरर शैली से ज्यादा वाकिफ नहीं हैं. शो की शुरुआत में उन्हें मुश्किलों का सामना करना पड़ा, लेकिन शो के निर्माता और निर्देशक की मदद से उन्होंने जल्दी ही खुद को संभाल लिया और अच्छा काम किया.

अभिनेत्री ने बताया, “मैं हॉरर जॉनर के लिए बिल्कुल नई थी; मैं डरावनी फिल्में या शोज नहीं देखती. इसलिए इसकी कहानी को अच्छे-से समझने के लिए शो के क्रिएटर गौरव और डायरेक्टर राघव सर से लंबी बातचीत करती थी. शूटिंग के दौरान सीन से पहले और सीन के बीच में अगर कोई सवाल होता था, तो हम खुलकर बात करते थे. सेट पर माहौल काफी शानदार था, जिससे मुझे काम करना आसान लगा.”

अभिनेत्री ने आगे कहा, “मैं हमेशा से ही इस बारे में विचार करती हूं, कि अगर किसी सीन की शूटिंग करनी है, तो उससे संबंधित डायलॉग को गहराई के साथ समझें, इससे काम करने में आसानी हो जाती है. लेकिन इस सीरीज की शूटिंग के दौरान मुझे ज्यादा समझने में या विचार करने की जरूरत नहीं पड़ी और इसकी वजह थे, लेखक और डायरेक्टर. उन्होंने कहानी और किरदारों को इतनी अच्छी तरह से लिखा था कि हमें अपने रोल निभाने में आसानी हुआ. वैसे सच बताऊं तो, मैंने ‘द कॉन्जुरिंग’ (हॉलीवुड फिल्म) के अलावा किसी भी पैरानॉर्मल इन्वेस्टिगेटर कहानी नहीं देखी है.”

‘अंधेरा’ Mumbai की पृष्ठभूमि पर आधारित है और इसमें इंस्पेक्टर कल्पना कदम और मेडिकल स्टूडेंट जय की कहानी दिखाई गई है, जो एक लापता व्यक्ति के केस में उलझ जाते हैं. यह केस उन्हें शहर के नीचे छिपी एक भयावह शक्ति की ओर ले जाता है. यह सीरीज “क्या होगा अगर अंधेरा जीवित हो जाए?” जैसे काल्पनिक सवाल की खोज करती है. इसमें सुरवीन चावला और प्रिया बापट भी मुख्य भूमिकाओं में हैं.

एक्सेल एंटरटेनमेंट द्वारा निर्मित और राघव दार द्वारा निर्देशित यह सीरीज प्राइम वीडियो पर स्ट्रीमिंग के लिए उपलब्ध है.

एनएस/केआर