New Delhi, 18 अगस्त . एक नए शोध के अनुसार, कोविड-19 संक्रमण के कारण रक्त वाहिकाओं पर बड़ा दुष्प्रभाव पड़ा है. रक्त वाहिकाओं में ऐसे परिवर्तन देखे गए हैं जो आमतौर पर उम्र बढ़ने से जुड़े होते हैं. रक्त वाहिकाओं में जो परिवर्तन कम से कम पांच साल बाद होने चाहिए थे, कोविड संक्रमण ने उनको समय से पहले ही कर दिया है. यह स्थिति धमनियों को कठोर बना सकती है, जिससे हृदय रोग, स्ट्रोक और दिल के दौरे का खतरा बढ़ जाता है.
उम्र के साथ रक्त वाहिकाएं सख्त हो जाती हैं. इससे धमनियां लचीलापन खो देती हैं, जिसके कारण हृदय रोग, स्ट्रोक और दिल का दौरा जैसी समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है.
शोधकर्ताओं के अनुसार, यह स्थिति कोविड-19 के प्रभाव से और तेज हो सकती है, जिससे हृदय संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है.
यूनिवर्सिटी पेरिस सिटे, फ्रांस की प्रोफेसर रोजा मारिया ब्रूनो ने कहा, “कोविड-19 रक्त वाहिकाओं को सीधे प्रभावित कर सकता है. इससे उम्र बढ़ने जैसी स्थिति हो सकती है, यानी आपकी रक्त वाहिकाएं आपकी वास्तविक उम्र से अधिक उम्र की हो सकती हैं, जिससे हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है.”
यूरोपियन हार्ट जर्नल में प्रकाशित इस अध्ययन में 16 देशों (ऑस्ट्रिया, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, साइप्रस, फ्रांस, ग्रीस, इटली, मैक्सिको, नॉर्वे, तुर्की, यूके और अमेरिका) के 2,390 लोगों को शामिल किया गया, जिन्हें सितंबर 2020 से फरवरी 2022 के बीच अध्ययन के लिए चुना गया था.
शोध के नतीजों से पता चला कि कोविड-19 से संक्रमित सभी तीन समूहों के मरीजों, जिनमें हल्के कोविड वाले मरीज भी शामिल थे, की धमनियां उन लोगों की तुलना में अधिक कठोर थीं जो संक्रमित नहीं हुए थे.
यह प्रभाव पुरुषों की तुलना में महिलाओं में और उन लोगों में अधिक था, जिन्हें लॉन्ग कोविड के लक्षण जैसे सांस की तकलीफ और थकान का अनुभव हुआ.
विशेष रूप से, जिन लोगों ने कोविड-19 के खिलाफ वैक्सीन ली थी, उनकी धमनियां आमतौर पर उन लोगों की तुलना में कम कठोर थीं, जिन्होंने वैक्सीन नहीं ली थी. लंबे समय में, कोविड संक्रमण से जुड़ी उम्र बढ़ने की स्थिति स्थिर होती दिखी या उसमें थोड़ा सुधार हुआ.
प्रोफेसर रोजा मारिया ब्रूनो ने बताया कि पुरुषों और महिलाओं में अंतर का एक कारण इम्यून सिस्टम का अलग-अलग तरीके से काम करना हो सकता है.
उन्होंने कहा, “महिलाओं की प्रतिरक्षा प्रणाली तेज और मजबूत होती है, जो उन्हें शुरुआती संक्रमण से बचा सकती है, लेकिन यह रक्त वाहिकाओं को अधिक नुकसान भी पहुंचा सकती है.”
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एमटी/एएस