थिएटर में तोड़फोड़, एफआईआर तो कई जगह बैन, इस साल विवादों में रहीं संवेदनशील मुद्दों पर बनी ये फिल्में

Mumbai , 17 अगस्त . हिंदू नरसंहार जैसे संवेदनशील मुद्दे पर बनी विवेक रंजन अग्निहोत्री की फिल्म ‘द दिल्ली फाइल्स’ रिलीज से पहले ही विवादों के घेरे में है. द बंगाल फाइल्स’ का ट्रेलर Saturday को कोलकाता के एक होटल में चल रहा था. इस दौरान मूवी की पूरी टीम वहां पर मौजूद थी. फिल्म की न केवल स्क्रीनिंग रुकवाई गई, बल्कि निर्माताओं पर मामले भी दर्ज किए.

Saturday को स्क्रीनिंग शुरू हुई तो पुलिस वहां पहुंची और रुकवा दिया. इसके बाद फिल्ममेकर्स और पुलिस के बीच बहस भी हुई. Friday को ही विवेक रंजन ने वीडियो जारी करते हुए बताया था कि ‘द बंगाल फाइल्स’ के ट्रेलर लॉन्च को लेकर होने वाले कार्यक्रम को कैंसिल कर दिया गया था. सारी परमिशन होने के बावजूद ऐसा किया गया. उन्होंने बताया था कि पश्चिम बंगाल की Chief Minister ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों ने उनके खिलाफ कई First Information Report दर्ज कराई, जिसमें विवादास्पद कंटेंट को बढ़ावा देने के आरोप लगाए गए हैं. यही नहीं, कलकत्ता हाईकोर्ट ने भी इस पर रोक लगा दी है और First Information Report की जा रही है.

विवेक रंजन अग्निहोत्री की ‘द बंगाल फाइल्स’ में मिथुन चक्रवर्ती, पल्लवी जोशी, अनुपम खेर और दर्शन कुमार नजर आएंगे. विवेक रंजन अग्निहोत्री ने ‘द बंगाल फाइल्स’ को लिखा और डायरेक्ट किया है. इसे अभिषेक अग्रवाल और पल्लवी जोशी ने प्रोड्यूस किया है. यह फिल्म 5 सितंबर को सिनेमाघरों में रिलीज होगी.

हालांकि, इस लिस्ट में ‘द दिल्ली फाइल्स’ अकेले नहीं है. प्रतीक गांधी और पत्रलेखा स्टारर फिल्म ‘फुले’ पर ‘ब्राह्मणों’ का अपमान करने का आरोप लगा और खूब विवाद हुआ. अनंत महादेवन की फिल्म ‘फुले’ 25 अप्रैल, 2025 को सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी. फिल्म को दर्शकों और क्रिटिक्स से मिली-जुली प्रतिक्रिया मिली. यह पहले 10 अप्रैल को रिलीज होने वाली थी, लेकिन विवाद की वजह से इसकी तारीख खिसक गई थी. ब्राह्मण समुदाय ने फिल्म के खिलाफ आपत्ति जताई और अपमानित करने का आरोप लगाया, विरोध के बाद सेंसर बोर्ड ने फिल्म में कई कट लगाए और फिल्म सिनेमाघरों में दर्शकों के सामने आने में सफल रही. वहीं, निर्माता-निर्देशक अनुराग कश्यप का ब्राह्मणों पर दिया बयान भी विवादों में रहा था. ‘फुले’ सामाजिक कार्यकर्ता ज्योतिराव गोविंदराव फुले और उनकी पत्नी सावित्रीबाई फुले के जीवन पर आधारित है, जिन्होंने जातिगत भेदभाव के खिलाफ और महिलाओं को शिक्षा का अधिकार दिलाने के लिए लड़ाई लड़ी थी.

सनी देओल, रणदीप हुड्डा, रेजिना कैसेंड्रा, सैयामी खेर स्टारर एक्शन फिल्म ‘जाट’ 10 अप्रैल को सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी. फिल्म के एक सीन को लेकर ईसाई समुदाय ने नाराजगी जताई और फिल्म की टीम के खिलाफ First Information Report भी दर्ज कराई. समुदाय ने आरोप लगाया कि फिल्म में ईसाई समुदाय का अपमान किया गया और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई गई. हालांकि, मेकर्स ने विवादित सीन को फिल्म से हटा दिया.

शिवाजी महाराज के पुत्र संभाजी महाराज के जीवन और वीरता पर आधारित फिल्म ‘छावा’ भी विवादों में रही. विक्की कौशल और रश्मिका मंदाना की फिल्म के ट्रेलर रिलीज होने के बाद से शुरू हुआ विवाद फिल्म के रिलीज तक चलता रहा. एक गाने में संभाजी महाराज के डांस करने का विरोध करने के साथ ही फिल्म की कहानी में ऐतिहासिक तथ्यों से छेड़छाड़ का आरोप लगाया गया. महाराष्ट्र के साथ ही देश के कई संगठनों ने इसे लेकर आपत्ति दर्ज कराई. सेंसर बोर्ड ने फिल्म में कई कट लगाए.

इस लिस्ट में अभिनेत्री कंगना रनौत की फिल्म ‘इमरजेंसी’ का भी नाम शामिल है. इसी साल 17 जनवरी को रिलीज हुई कंगना रनौत निर्देशित और अभिनीत फिल्म में वह पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के किरदार में नजर आई थीं. पूर्व पीएम के साल 1975 में लगाए गए ‘इमरजेंसी’ पर आधारित फिल्म की रिलीज को लेकर काफी विवाद हुआ था. विरोध करने वालों ने ऐतिहासिक तथ्यों से छेड़छाड़ के आरोप लगाए थे. ‘इमरजेंसी’ में कंगना रनौत के साथ अनुपम खेर, महिमा चौधरी, मिलिंद सोमन, श्रेयस तलपड़े और दिवंगत सतीश कौशिक के साथ अन्य कलाकार अहम भूमिकाओं में हैं. फिल्म में कंगना रनौत के अभिनय की खूब तारीफ हुई. हालांकि, फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कमाल नहीं दिखा सकी.

एमटी/केआर