लखनऊ,17 अगस्त . कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने बिहार के सासाराम में Sunday से Lok Sabha में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी समेत इंडिया ब्लॉक में शामिल नेताओं की मौजूदगी में शुरू होने वाली ‘वोटर अधिकार यात्रा’ को ऐतिहासिक बताया है.
कांग्रेस के वरिष्ठ सांसद ने राहुल गांधी के नेतृत्व में हो रही इस यात्रा को आजादी के आंदोलन और महात्मा गांधी की दांडी यात्रा से जोड़ा, जो स्वतंत्रता और अधिकारों की लड़ाई का प्रतीक थी.
से बातचीत में उन्होंने कहा, “जब हम लोग गुलाम थे, आजाद नहीं थे, तो भारतीयों को वोट देने का अधिकार नहीं था. महात्मा गांधी के नेतृत्व में स्वतंत्रता संग्राम के लिए यात्रा निकाली गई. जब हम आजाद हुए तो संविधान के तहत ‘एक वोटर, एक वोट’ का अधिकार मिला.”
तिवारी ने आरोप लगाया कि भाजपा और चुनाव आयोग मिलकर मतदाताओं के अधिकारों का हनन कर रहे हैं. सीधे तौर पर वोट चोरी कर सरकार बनाई जा रही है और बिहार में मतदाताओं के वोट पर डकैती की जा रही है.
संविधान में जो अधिकार मतदाताओं को मिला, आज भाजपा चुनाव आयोग के साथ साजिश कर उस अधिकार पर डकैती कर रही है.
उन्होंने विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कहा कि बिहार में 65 लाख वोटरों के नाम काटे गए. 2024 के Lok Sabha चुनाव में धांधली हुई, जिसके कारण एनडीए की सरकार बनी, अन्यथा ऐसा नहीं होता. हम राहुल गांधी के नेतृत्व में लोगों के अधिकारों को बचाने के लिए निकले हैं. तेजस्वी यादव सहित तमाम नेता भी साथ में हैं. मुझे विश्वास है कि हम महात्मा गांधी के संकल्प को पूरा करेंगे. किसी भी कीमत पर भाजपा को वोट की चोरी नहीं करने देंगे.
कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने एनसीईआरटी के मॉड्यूल्स को लेकर कहा कि इतिहास को तोड़-मरोड़कर प्रस्तुत किया जा रहा है और इसकी गलत व्याख्या की जा रही है. तिवारी ने विशेष रूप से देश के बंटवारे के लिए उस विचारधारा को जिम्मेदार ठहराया, जिसने उनके अनुसार, नफरत फैलाई और महात्मा गांधी की हत्या की.
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डीकेएम/एएस