‘लोकतंत्र बचाने की जिम्मेदारी चुनाव आयोग की’, अखिलेश यादव बोले- अंतरात्मा की आवाज सुनें

लखनऊ, 17 अगस्त . समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि चुनाव आयोग को सुधार ही नहीं, आमूलचूल परिवर्तन की अपरिहार्यता है. एसआईआर प्रक्रिया के खिलाफ और ‘वोट चोरी’ जैसे विपक्षी दलों के आरोपों के बीच अखिलेश यादव ने यह बयान दिया है.

उत्तर प्रदेश के पूर्व Chief Minister और वर्तमान सपा सांसद अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “आज लोकतंत्र को बचाने का ऐतिहासिक दायित्व चुनाव आयोग के कंधों पर है. माना उनके ऊपर कई प्रकार के अवांछित दबाव काम कर रहे हैं, लेकिन वे ये न समझें कि वे अकेले हैं. जब चुनाव आयोग सही रास्ते पर चल निकलेगा तो करोड़ों भारतवासियों का साथ उनका रक्षा कवच बन जाएगा. सत्य के मार्ग पर चलने वालों के साथ जनता और जन विश्वास स्वयं चलने लगता है.”

सपा मुखिया ने आगे लिखा, “चुनाव आयोग का एक सही और साहसिक कदम देश की अनंत पीढ़ियों का भविष्य और कल्याण सुनिश्चित कर सकता है. सबको अंतरात्मा की आवाज सुननी चाहिए.”

इससे पहले, अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग पर सवाल खड़े किए थे. Saturday को लखनऊ में वीरांगना रानी अवंतीबाई लोधी की जयंती पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद अखिलेश यादव ने कहा, “समय-समय पर उंगलियां उठी हैं. चाहे ग्राम प्रधान का चुनाव हो, विधानसभा चुनाव हो, Lok Sabha चुनाव हो या कोई अन्य चुनाव हो, यह चुनाव आयोग की जिम्मेदारी बनती है कि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव हों.”

अखिलेश यादव ने कहा, “लोगों का इस संस्था पर विश्वास बढ़ाना चुनाव आयोग की जिम्मेदारी है, लेकिन हम देख रहे हैं कि लोग चुनाव आयोग के काम करने के तरीके से असंतुष्ट हैं. हाल ही में, ‘इंडिया’ गठबंधन ने ‘वोट चोरी’ के खिलाफ आवाज उठाई है. इस कोशिश का नतीजा यह हुआ कि Supreme court को भी विपक्ष के रुख से सहमत होना पड़ा.”

उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग पर कई बार उंगली उठी है. अगर चुनाव आयोग के एक भी अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाए, तो कहीं भी वोट चोरी, वोट डकैती या ऐसी कोई लूट नहीं होगी.

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