झारखंड के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन का दिल्ली में निधन, सीएम हेमंत सोरेन ने जताया शोक

New Delhi, 15 अगस्त . Jharkhand Government के स्कूली शिक्षा, साक्षरता एवं निबंधन विभाग के मंत्री रामदास सोरेन का Friday की रात को दिल्ली के अपोलो अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया. उनके निधन की खबर से पूरे Jharkhand में शोक की लहर दौड़ गई है.

रामदास सोरेन के बड़े बेटे सोमेश सोरेन ने अपने पिता के आधिकारिक एक्स हैंडल से इस दुखद सूचना को साझा किया. सोमेश ने लिखा, “अत्यंत दुख के साथ यह बता रहा हूं कि मेरे पिता रामदास सोरेन अब हमारे बीच नहीं रहे.”

रामदास सोरेन के निधन पर Jharkhand के Chief Minister हेमंत सोरेन ने गहरी संवेदना व्यक्त की. उन्होंने social media प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “ऐसे छोड़कर नहीं जाना था रामदास दा… अंतिम जोहार दादा.”

वहीं, पूर्व Union Minister और भाजपा के वरिष्ठ नेता अर्जुन मुंडा ने एक्स पोस्ट पर लिखा, “Jharkhand के शिक्षा मंत्री एवं घाटशिला के विधायक रामदास सोरेन के निधन का अत्यंत ही दुखद समाचार प्राप्त हुआ. ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दे एवं शोकाकुल परिवार को दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें.”

Jharkhand Government के मंत्री रामदास सोरेन के निधन से न सिर्फ उनके विधानसभा क्षेत्र घाटशिला, बल्कि पूरे Jharkhand में शोक का माहौल है.

रामदास सोरेन बीते दो अगस्त को अपने घोड़ाबांधा स्थित पैतृक आवास में बाथरूम में गिरने से गंभीर रूप से घायल हो गए थे. प्रारंभिक जांच में पता चला कि उन्हें ब्रेन हेमरेज हुआ था. घटना के तुरंत बाद उन्हें बेहतर इलाज के लिए एयर एंबुलेंस के जरिए जमशेदपुर से दिल्ली के अपोलो अस्पताल ले जाया गया था. वहां उनकी हालत गंभीर बनी रही और चिकित्सकों की तमाम कोशिशों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका.

उनके निधन पर कई नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने शोक व्यक्त किया है. रामदास सोरेन Jharkhand मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के वरिष्ठ नेताओं में से एक थे और घाटशिला विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते थे. उनके निधन से झामुमो को भी गहरा आघात पहुंचा है. पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों के बीच उनकी सादगी और जनसेवा के लिए विशेष पहचान थी.

एकेएस