New Delhi, 15 अगस्त . रसोई का मुख्य मसाला लौंग न केवल खाने का स्वाद बढ़ाता है, बल्कि अपने आयुर्वेदिक और औषधीय गुणों के कारण सेहत के लिए भी वरदान है. इसमें मौजूद एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण इम्यून सिस्टम को मजबूत करने, पाचन तंत्र को दुरुस्त करने और दांतों की समस्याओं में राहत देते हैं.
हालांकि, विशेषज्ञ गर्मियों में इसके सेवन को लेकर सावधानी बरतने की सलाह भी देते हैं.
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के एक शोध के अनुसार, लौंग में युजेनॉल नामक तत्व होता है, जो संक्रमण से लड़ने में प्रभावी है, लेकिन इसकी तासीर गर्म होती है. इस कारण गर्मियों में लौंग का अधिक सेवन पाचन तंत्र पर बुरा असर डाल सकता है. खासकर जिन लोगों को एसिडिटी, गैस या पित्त की समस्या है, उन्हें लौंग का उपयोग सीमित मात्रा में करना चाहिए, वरना यह नुकसान पहुंचा सकता है.
आयुर्वेदाचार्य गर्मियों में लौंग को सौंफ, मिश्री या गुलकंद जैसे शीतल खाद्य पदार्थों के साथ लेने की सलाह देते हैं ताकि इसकी उष्णता या गर्मी संतुलित हो. विशेषज्ञों के अनुसार, एक-दो लौंग चाय में डालकर या भोजन में मसाले के रूप में इस्तेमाल करने से गर्मियों में भी लाभ मिल सकता है. यह गले की खराश, सांस की बदबू और पाचन संबंधी समस्याओं में राहत दे सकता है.
लौंग के फायदों में पाचन सुधार, इम्यूनिटी बढ़ाना और दांत दर्द से राहत शामिल हैं. शोध बताते हैं कि सीमित मात्रा में लौंग का सेवन गर्मियों में भी सुरक्षित और लाभकारी है, लेकिन अधिक मात्रा में सेवन से बचना चाहिए, क्योंकि यह शरीर में गर्मी बढ़ाकर असुविधा पैदा कर सकता है.
आयुर्वेद के अनुसार, लौंग सालभर फायदेमंद है, बशर्ते इसका सेवन संतुलित और सही तरीके से हो. गर्मियों में इसे ठंडे प्रभाव वाले खाद्य पदार्थों के साथ मिलाकर लेने से इसके लाभों को बिना किसी नुकसान के प्राप्त किया जा सकता है.
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एमटी/एएस