स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी का संकल्प: जेट इंजन से सुदर्शन चक्र मिशन तक, 2047 तक आत्मनिर्भर और विकसित भारत का लक्ष्य

New Delhi, 15 अगस्त . 79वें स्वतंत्रता दिवस पर Prime Minister Narendra Modi ने India को हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने का संकल्प लिया है. India की पहली सेमीकंडक्टर चिप बनाने से लेकर जेट इंजन बनाने तक, 10 गुना परमाणु विस्तार से लेकर 1 लाख करोड़ रुपए के युवा रोजगार प्रोत्साहन तक, उनका संदेश स्पष्ट था कि India अपना भाग्य स्वयं निर्धारित करेगा, अपनी शर्तें स्वयं निर्धारित करेगा और 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनने का लक्ष्य रखेगा.

79वें स्वतंत्रता दिवस पर Prime Minister मोदी ने ‘आत्मनिर्भर भारत’ मिशन को ‘विकसित भारत’ के प्रमुख आधारभूत सिद्धांतों में से एक बताया. इस दौरान उन्होंने रक्षा, प्रौद्योगिकी, ऊर्जा, अंतरिक्ष और विनिर्माण के क्षेत्र में India की प्रगति के कई उदाहरण दिए.

Prime Minister मोदी ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को India की रक्षा आत्मनिर्भरता का एक उदाहरण बताया. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि India में निर्मित हथियारों समेत स्वदेशी क्षमताएं India को निर्णायक और स्वतंत्र रूप से कार्य करने में सक्षम बनाती हैं, जिससे यह साबित होता है कि राष्ट्रीय सुरक्षा विदेशी निर्भरता पर निर्भर नहीं रह सकती. उन्होंने भारतीय नवप्रवर्तकों और युवाओं से India में ही जेट इंजन विकसित करने का आग्रह किया, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि भविष्य की रक्षा तकनीक पूरी तरह से स्वदेशी और आत्मनिर्भर हो.

Prime Minister ने घोषणा की कि India 2025 के अंत तक India में निर्मित सेमीकंडक्टर चिप्स लॉन्च करेगा, जो महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में देश की बढ़ती ताकत को दर्शाता है. उन्होंने वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए एआई, साइबर सुरक्षा, डीप-टेक और ऑपरेटिंग सिस्टम में इनोवेशन पर जोर दिया.

ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला की उल्लेखनीय उपलब्धियों की बात करते हुए Prime Minister मोदी ने India के अपने अंतरिक्ष स्टेशन के लिए महत्वाकांक्षी योजनाओं की घोषणा की. उन्होंने कहा कि 300 से अधिक स्टार्टअप उपग्रहों, अन्वेषण और अत्याधुनिक अंतरिक्ष प्रौद्योगिकियों में सक्रिय रूप से इनोवेशन कर रहे हैं, जिससे यह सुनिश्चित हो रहा है कि India न सिर्फ अंतरिक्ष विज्ञान और अन्वेषण में भाग ले रहा है, बल्कि वैश्विक स्तर पर अग्रणी भी है.

Prime Minister मोदी ने ऊर्जा स्वतंत्रता के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि यह युवाओं के उज्ज्वल भविष्य और किसानों के कल्याण के लिए जरूरी है. उन्होंने कहा कि India ने 2030 तक 50 प्रतिशत स्वच्छ ऊर्जा हासिल करने का संकल्प लिया. अपने लोगों की प्रतिबद्धता की बदौलत यह लक्ष्य 2025 तक पूरा हो गया. उन्होंने कहा कि सौर, परमाणु, जल और हाइड्रोजन ऊर्जा को बढ़ावा दिया गया है, जो ऊर्जा स्वतंत्रता की दिशा में एक निर्णायक कदम है.

अपने भाषण में Prime Minister ने बताया कि वर्तमान में 10 नए परमाणु रिएक्टर चालू हैं. India की स्वतंत्रता के 100वें वर्ष तक, राष्ट्र का लक्ष्य अपनी परमाणु ऊर्जा क्षमता को 10 गुना बढ़ाना, ऊर्जा आत्मनिर्भरता को मजबूत करना और सतत विकास को बढ़ावा देना है.

Prime Minister मोदी ने कहा कि ऊर्जा, उद्योग और रक्षा के लिए जरूरी संसाधनों को सुरक्षित करने के लिए India ने राष्ट्रीय महत्वपूर्ण खनिज मिशन शुरू किया है, जिसके अंतर्गत 1,200 स्थलों की खोज की जा रही है. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इन खनिजों पर नियंत्रण से रणनीतिक स्वायत्तता मजबूत होती है और India के औद्योगिक व रक्षा क्षेत्र आत्मनिर्भर बने रहते हैं.

Prime Minister मोदी ने किसानों को सशक्त बनाने और राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा की रक्षा के लिए घरेलू स्तर पर उर्वरकों के उत्पादन की तत्काल आवश्यकता पर बल दिया. Prime Minister मोदी ने युवाओं से India के अपने social media प्लेटफॉर्म और डिजिटल बुनियादी ढांचे को विकसित करने का आह्वान किया, जिससे संचार, डेटा और तकनीकी पारिस्थितिकी तंत्र सुरक्षित और स्वतंत्र बने रहें और India की डिजिटल स्वायत्तता को मजबूत किया जा सके.

अपने स्वतंत्रता दिवस भाषण में Prime Minister मोदी ने मिशन ‘सुदर्शन चक्र’ की शुरुआत की घोषणा की, जिसका उद्देश्य दुश्मन की रक्षा घुसपैठ को बेअसर करना और India की आक्रामक क्षमताओं को बढ़ाना है. उन्होंने नागरिकों और दुकानदारों से “वोकल फॉर लोकल” पहल के तहत India में निर्मित वस्तुओं का समर्थन करने का आग्रह किया.

इस दौरान, Prime Minister मोदी ने मेडिकल और इनोवेशन में आत्मनिर्भरता और ‘नेशनल डीप वाटर एक्सप्लोरेशन’ जैसे मिशन का भी उदाहरण दिया.

डीसीएच/केआर