New Delhi, 14 अगस्त . जन्माष्टमी का त्योहार हर साल भगवान श्रीकृष्ण के जन्म की खुशी में धूमधाम से मनाया जाता है. इस दिन लोग व्रत रखते हैं, मंदिर सजाते हैं, झूले बनाते हैं और रात 12 बजे श्रीकृष्ण जन्म का जश्न मनाते हैं. बच्चे कान्हा बनते हैं, महिलाएं भजन गाती हैं और हर जगह भक्ति का माहौल होता है. श्री कृष्ण जन्माष्टमी से पहले भोजपुरी म्यूजिक इंडस्ट्री ने भी मोहक गीतों की झड़ी लगा दी है. इनमें कान्हा की माखन चोरी, राधा संग रासलीला, यशोदा मईया की ममता, सोहर और गोकुल की मिठास सब कुछ है. यही वजह है कि ये गाने लोगों की जन्माष्टमी स्पेशल प्लेलिस्ट में जगह बना चुके हैं.
‘बिरज में कान्हा की तैयारी’- यह भजन भगवान कृष्ण के जन्म से पहले ब्रज में हो रही तैयारियों को दर्शाता है. इस गाने को सुरभि कश्यप, कुनाल मिश्रा और साकेत सुमन ने मिलकर गाया है. वहीं संगीत मोहित म्यूजिक ने दिया है और बोल मनोज भावुक ने लिखे हैं. इस गाने में बताया गया है कि कैसे नंदगांव और वृंदावन के लोग कान्हा के जन्म की खुशी में झूलन सजाते हैं, दीप जलाते हैं और मिठाइयां बनाते हैं.
‘जेकरे अचरा में जन्मे कन्हैया’—यह यह गाना यशोदा मैया की ममता को दर्शाता है. इस गाने को गायक समर सिंह ने गाया है. यह भजन लोगों के दिल को छू रहा है. इसके बोल आलोक यादव ने लिखे हैं और संगीत अभिराम पांडे ने दिया है. इस गाने में यशोदा मां की भावना को खूबसूरती से दिखाया गया है.
‘मोरी मैया रे’—यहगाना भी मां यशोदा और श्रीकृष्ण के प्यार भरे रिश्ते पर आधारित है. इसे यश कुमार ने गाया है और संगीत नरेंद्र सागर ने दिया है. वहीं इसके बोल राजेश मिश्रा ने लिखे हैं. इस गाने में दिखाया गया है कि कैसे यशोदा मां अपने लाडले कान्हा को बालपन में गोद में खिलाती है, पर जब वह बड़े हो जाते हैं और सबके भगवान बन जाते हैं, तो इस पर उन्हें गर्व तो होता ही है, लेकिन साथ ही साथ थोड़ी निराशा भी होती है.
‘नंद किशोर बड़ा चितचोर’- यह गाना श्रीकृष्ण की नटखट लीलाओं पर आधारित है. इसे बोल राधा बोल फिल्म से लिया गया है. इस गाने को खेसारी लाल यादव, प्रियंका सिंह और सिंघा सरकार ने गाया है. वहीं इसके बोल छोटू यादव ने लिखे हैं और संगीत छोटे बाबा बसही ने दिया है. इस गाने में कान्हा की माखन चोरी और राधा संग उनकी शरारतों को दिखाया गया है.
‘कृष्ण जन्माष्टमी’- यह गाना खास तौर पर जन्माष्टमी के लिए बनाया गया है. इसे गुंजन सिंह ने गाया है. वहीं बोल अमन अलबेला ने लिखे हैं और संगीत आर्य शर्मा ने दिया है. इस गाने में जन्माष्टमी की पूरी झांकी दिखाई गई है. इस गाने को सुनकर लोग भक्ति में डूबकर कान्हा के लिए झूमना चाहते हैं.
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पीके/केआर